चिकित्सक आत्मीय भाव से मरीजों का इलाज करें– श्री मंगुभाई पटेल

राज्यपाल द्वारा बी.एम.एच.आर.सी. में आकस्मिक चिकित्सा इकाई लोकार्पित
राज्यपाल ने सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन जागरूकता अभियान का किया शुभारम्भ

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि मरीजों के इलाज के दौरान चिकित्सक आत्मीय भाव रखें। मरीजों के स्वस्थ होने में चिकित्सकों का मधुर व्यवहार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चिकित्सकों को मरीजों का इलाज अपने परिजनों की तरह करना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोगियों के स्वास्थ्य लाभ और उनकी बेहतरी के लिए चिकित्सकों के आचरण में सहानुभूति और संवेदनशीलता बहुत जरूरी है। बी.एम.एच.आर.सी. के चिकित्सक इस दिशा में संवेदनशील पहल करते हुए पीड़ित मानवता की सेवा का आदर्श प्रस्तुत करे।

राज्यपाल श्री पटेल आज भोपाल स्मारक अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र की आकस्मिक चिकित्सा इकाई और नवनिर्मित गांधी वीथिका के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन जागरूकता अभियान का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ उप महानिदेशक आई.सी.एम.आर. (एम्स दिल्ली) श्रीमती मनीषा सक्सेना मौजूद थीं।

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि जीवन संकट के दौरान समय पर मिलने वाला इलाज जीवनदान होता है। जरूरी है कि चिकित्सा केंद्र में जो भी संकटग्रस्त व्यक्ति आए, वह जल्द स्वस्थ होकर घर लौटे। मानवसेवा में आज तकनीक का योगदान महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में रोगियों को तत्काल उपचार उपलब्ध कराने के लिए आकस्मिक चिकित्सा ईकाई में रेड, येलो और ग्रीन जोन के द्वारा रोगियों की गम्भीरता के आधार चिन्हित कर उपचार की व्यवस्था करना सराहनीय नवाचार है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि इस नई आकस्मिक चिकित्सा यूनिट में मरीजों को बेहतर तात्कालिक उपचार संभव होगा। भोपाल के बाहर और दूर दराज क्षेत्रों से आने वाले रोगियों को बेहतर उपचार सुविधाएं मिलेंगी।

जनजातीय वर्ग में सिकल सेल की जागरूकता का सघन प्रयास करें

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि बी.एम.एच.आर.सी. का सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन एवं जागरूकता अभियान सराहनीय प्रयास है। जागरूकता के प्रयास चिकित्सालय की सीमाओं के बाहर भी किये जाये। उन्होंने कहा कि जनजातीय वर्ग में सिकल सेल रोग की जागरूकता और उन्मूलन के तरीकों की जानकारी देना बहुत जरूरी है। प्रचार प्रसार के लिए सभी अवसरों और मंच का उपयोग किया जाना चाहिए। शादी के पूर्व वर-वधु अपने जेनेटिक काउंसलिंग कार्ड का मिलान अवश्य करें ताकि भविष्य में सिकल सेल रोग का खतरा नहीं रहे। राज्यपाल श्री पटेल ने कार्यक्रम में शामिल सिकल सेल एनीमिया पीड़ित बच्चों और उनके अभिभावकों से मुलाकात की और आत्मीय संवाद किया।

गांधी वीथिका स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाएगी

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि स्वच्छता चिकित्सालय का आधार होती है। परिसर में अस्पताल प्रबंधन द्वारा साफ-सफाई के प्रति जागरूकता बढ़ाने, गांधी वीथिका का निर्माण सराहनीय है। उन्होंने वीथिका में गांधी साहित्य, उनके चित्रों की उपलब्धता और मरीजों के रिश्तेदारों के बैठने की व्यवस्था का अवलोकन किया। श्री पटेल ने कहा कि वीथिका रोगियों के परिजनों को गांधीजी के दर्शन और विचारों से प्रेरित करेगी। रोगियों के परिजनों को स्वच्छता के प्रति जागरूक और आग्रही बनाएगी।

राज्यपाल श्री पटेल ने कार्यक्रम का प्रारम्भ दीप प्रज्ज्वलन कर किया। कार्यक्रम में उनका पुष्पगुच्छ और शाल-श्रीफल से स्वागत और स्मृतिचिन्ह से अभिनंदन किया गया। श्री पटेल बी.एम.एच.आर.सी. परिसर में भोपाल गैस त्रासदी के दिवंगतों के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। परिसर में रुद्राक्ष का पौधा लगाया। प्रभारी निदेशक बी.एम.एच.आर.सी. डॉ. मनीषा श्रीवास्तव ने स्वागत उद्बोधन दिया। प्राध्यापक, निश्चेतना विभाग, बी.एम.एच.आर.सी. डॉ. सारिका कटियार ने आभार व्यक्त किया।

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