Tag Archives: #DICCImadhyapradesh
पूर्व मुख्यमंत्री स्व. पटवा की स्मृति में होगी सुशासन पर केंद्रित व्याख्यान माला
नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर के साथ अन्य गतिविधियाँ भी होंगी : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री डॉ. यादव, स्व. पटवा की जन्म शताब्दी वर्ष कार्यक्रम में हुए शामिल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री और पद्म विभूषण से सम्मानित स्व. सुंदरलाल पटवा ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क सहित अनेक योजनाओं के निर्माण और क्रियान्वयन में अमूल्य सहयोग दिया। भोपाल में वीआईपी मार्ग के निर्माण में उन्होंने दृढ़ संकल्प का परिचय देते हुए कार्य पूर्ण करवाया। सुशासन स्थापित करने के लिये उन्होंने विशेष योगदान दिया। स्व. पटवा की स्मृति में उनके जन्म-शताब्दी वर्ष पर विभिन्न प्रकल्प संचालित किए जाएंगे। इसके अंतर्गत सुशासन पर आधारित व्याख्यान माला और स्मारिका के प्रकाशन के कार्य होंगे। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. पटवा की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने टेनिस खिलाड़ियों को किया पुरस्कृत
इंदौर में आईटीएफ एमटी 700 वर्ल्ड टेनिस पुरस्कार वितरण समारोह में हुए शामिल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार को इंदौर टेनिस क्लब में आयोजित आईटीएफ एमटी 700 वर्ल्ड टेनिस पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल हुए। उन्होंने विजेता टेनिस खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरित किये और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव, श्री गौरव रणदीवे सहित अन्य जनप्रतिनिधि, मध्यप्रदेश टेनिस एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अनिल महाजन, मध्यप्रदेश टेनिस एसोसिएशन के सचिव श्री अनिल धुपर एवं बड़ी संख्या में खिलाड़ी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने टेनिस खिलाड़ियों को किया पुरस्कृत
इंदौर में आईटीएफ एमटी 700 वर्ल्ड टेनिस पुरस्कार वितरण समारोह में हुए शामिल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार को इंदौर टेनिस क्लब में आयोजित आईटीएफ एमटी 700 वर्ल्ड टेनिस पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल हुए। उन्होंने विजेता टेनिस खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरित किये और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव, श्री गौरव रणदीवे सहित अन्य जनप्रतिनिधि, मध्यप्रदेश टेनिस एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अनिल महाजन, मध्यप्रदेश टेनिस एसोसिएशन के सचिव श्री अनिल धुपर एवं बड़ी संख्या में खिलाड़ी मौजूद थे।
“लाड़ली बहना योजना” में बहनों को दी जा रही राशि में की जायेगी वृद्धि : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री का देवउठनी ग्यारस के उपलक्ष्य में लाड़ली बहनों को खुशियों भरा बड़ा उपहार
प्रदेश की 1.29 करोड़ लाड़ली बहनों के खाते में अंतरित किये 1573 करोड़ रूपये
सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 55 लाख हितग्राहियों के खाते में अंतरित हुए 333 करोड़ रुपये
26 लाख बहनों को गैस सिलेंडर रिफिल के लिए 55 करोड़ रुपये की राशि भी की गई अंतरित
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि लाड़ली बहना योजना सामाजिक उत्तरदायित्व के निर्वहन की एक बड़ी पहल है। इस योजना की शुरूआत में पात्र लाड़ली बहनों को एक हजार रूपये प्रतिमाह दिये गये। इसके बाद यह राशि बढ़ाकर 1250 रूपये प्रतिमाह की गई। इस राशि में आगे और भी वृद्धि की जायेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नारी सशक्तिकरण के लिए राज्य शासन द्वारा महिलाओं को एक और सौगात दी जा रही है। अब शासकीय सेवाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत से बढ़ाकर 35 प्रतिशत का आरक्षण मिलेगा। यह नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश नारी सशक्तिकरण की दिशा में नया मुकाम हासिल कर रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भी लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की गई है।
राजभवन में मना उत्तराखंड राज्य का स्थापना दिवस
उत्तराखंड के लोक गीत, संगीत और नृत्य की हुई प्रस्तुतियाँ
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल के निर्देश पर उत्तराखंड राज्य का स्थापना दिवस आज राजभवन में गरिमामय एवं भव्यता के साथ समारोह पूर्वक मनाया गया। उत्तराखंड स्थापना दिवस का आयोजन “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” अभियान के तहत किया गया था। समारोह में उत्तराखंड मूल के भोपाल निवासी नागरिकों ने उत्तराखंड के लोक गीत, संगीत और नृत्य की प्रस्तुतियाँ दी। उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह के संदेश, उत्तराखंड एवं मध्यप्रदेश राज्यों की लघु फिल्मों का प्रसारण भी किया गया।
इंजीनियरिंग दुनिया को बेहतर बनाने की कला है – राज्यपाल श्री पटेल
मानव को शिक्षा ही समर्थ और संस्कारवान बनाती है – राज्यपाल
इंजीनियरिंग हर तरह के विकास का मूल है – उप मुख्यमंत्री
ज्ञान परंपरा को समाहित कर बनाई गई है नई शिक्षा नीति – उच्च शिक्षा मंत्री
रीवा इंजीनियरिंग कॉलेज के हीरक जयंती में राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि इंजीनियरिंग दुनिया को बेहतर बनाने की कला है। शिक्षा, स्वास्थ्य तथा अधोसंरचना विकास में इंजीनियरों का बहुत बड़ा योगदान है। मानव को शिक्षा ही समर्थ और संस्कारवान बनाती है। रीवा इंजीनियरिंग कालेज बहुत गौरवशाली है। यहाँ अपनी प्रतिभा, योग्यता और परिश्रम से देश का नाम ऊँचा करने वाले कई पूर्व छात्र उपस्थित हैं। इनसे मार्गदर्शन और प्रेरणा लेकर नई पीढ़ी सफलता के शिखर छुएगी। हमारा देश तेजी से विकास कर रहा है। आज पूरी दुनिया में देश की प्रतिष्ठा दिनों दिन बढ़ रही है। 21वीं सदी भारत की सदी होने वाली है। इसे विकसित बनाने में हम जहाँ भी हैं वहाँ अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देकर देश के विकास में योगदान दें।
एकल नलजल योजनाओं का कार्य 31 दिसम्बर तक पूरा करें – सचिव पीएचई
सचिव लोकसेवा यांत्रिकी विभाग श्री पी नरहरि ने रीवा कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित बैठक में नलजल योजनाओं के क्रियान्वयन तथा जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा की। श्री नरहरि ने कहा कि जल जीवन मिशन हर घर में नल से शुद्ध पानी पहुंचाने की विश्व की सबसे बड़ी योजना है। एकल नलजल योजनाओं के कार्य 31 दिसम्बर तक हर हाल में पूरा करके लक्ष्य के अनुसार घरों में नल कनेक्शन दें। यह योजना आमजनता की स्वास्थ्य रक्षा, महिलाओं के सशक्तिकरण तथा जल संरक्षण के उद्देश्यों में भी सहायक है।
सचिव श्री नरहरि ने कहा कि हर घर में नल से जल पहुंचाने की योजना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता की योजना है। जिन एकल नलजल योजनाओं का कार्य 70 से 90 प्रतिशत तक पूरा हो गया है, उनके छूटे हुए कार्य 15 दिसम्बर तक पूरे कराकर योजना ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित करें। जनपद के सीईओ पूर्ण नलजल योजनाओं को ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित कराकर उनका संचालन कराएं। पानी की नियमित आपूर्ति होगी तो जल कर भी अवश्य मिलेगा। जल कर की नियमित प्राप्ति से ही पंप चालक के मानदेय तथा नलजल योजना से जुड़े छोटे-मोटे कार्य किए जाना संभव होगा। योजना संचालन के लिए हर गांव में ग्राम जल स्वच्छता समिति तथा महिला स्वसहायता समूहों को तैयार करें।
दीपावली पर्व का सांस्कृतिक के साथ आर्थिक महत्व भी है दीपावली मिलन समारोह में राज्यमंत्री श्रीमती गौर
पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने कहा कि दीपावली पर्व का सांस्कृतिक के साथ आर्थिक महत्व भी है। राज्यमंत्री श्रीमती गौर शुक्रवार को मध्यप्रदेश राष्ट्र भाषा प्रचार समिति के हिन्दी भवन में आयोजित दीपावली मिलन समारोह को संबोधित कर रही थीं।
राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि दीपावली पर्व का महत्व सांस्कृतिक के साथ आर्थिक भी है। धनतेरस से शुरू होने वाला 5 दिवसीय दीपावली पर्व सभी वर्गों को लाभान्वित करता है। ऐसा कोई वर्ग नहीं है, जिसे दीपावली पर आय नहीं होती है। मिट्टी के दिये, खिलौने, बताशे, मिठाई, नये वस्त्र आदि का भरपूर व्यवसाय मिलता है, जिससे आय होती है। यह आय बाजार में पहुँचती है और समाज की व्यवस्था को संतुलित करती है। उन्होंने कहा कि मिलन समारोह के अवसर पर समाज में उत्कृष्ट सेवाएँ देने वाले समाज-सेवियों का राष्ट्र भाषा प्रचार समिति ने सम्मान किया है। यह एक अच्छी परम्परा है। आने वाली पीढ़ियाँ उत्कृष्ट कार्य करने वालों से प्रेरणा प्राप्त करेंगी। राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थ-व्यवस्था बन चुका है और आर्थिक क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे पर्व, त्यौहार और मिलन समारोह परस्पर खुशियाँ बाँटने और विचारों को साझा करने के माध्यम होते हैं। हमारी संस्कृति उत्सव प्रधान संस्कृति है।
कृषि उपज मंडी रीवा को ए-ग्रेड मंडी बनाया जायेगा – उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल
15 करोड़ 64 लाख रुपये के कार्यों का किया भूमिपूजन
उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि रीवा कृषि उपज मंडी को आदर्श मंडी के तौर पर विकसित कर ए-ग्रेड मंडी बनाया जायेगा। किसानों की सुविधाओं के लिए सभी अधोसंरचना विकास के कार्य कराकर इसे सुव्यवस्थित व सर्वसुविधायुक्त बनाया जायेगा। उप मुख्यमंत्री ने आदर्श मंडी के रूप में विकसित करने के लिए प्रथम चरण के तहत 15 करोड़ 64 लाख रूपये लागत के विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन किया।
कौशल विकास प्रशिक्षण और रोजगार परक पाठ्यक्रमों के संचालन के प्रयास बढ़ाएं: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मध्यप्रदेश में 1. 29 लाख विद्यार्थियों ने लिया बहुविषयक अध्ययन का लाभ
कृषि पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों की रूचि बढ़ी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि नई शिक्षा नीति:2020 के अंतर्गत प्रदेश में अनेक नवाचार हुए हैं। विश्वविद्यालय अपने स्तर पर भी उच्च शिक्षा के जुड़े नवाचार करें। अच्छे प्रयोगों का सदैव स्वागत है। शिक्षा की गुणवत्ता को निरंतर श्रेष्ठ बनाने के प्रयास हों। पैरामेडिकल और नर्सिंग पाठ्यक्रम भी विश्वविद्यालयों द्वारा संचालित किए जाएं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सक्षम युवाओं का निर्माण सशक्त राष्ट्र के निर्माण के लिए सबसे बड़ी गारंटी मानते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी की पहल से इस संदर्भ में नई शिक्षा नीति में अनेक महत्वपूर्ण प्रावधान भी हुए हैं। इस नीति में युवाओं को ज्ञानवान और अनेक विषयों में पारंगत बनाने की रणनीति बनाई गई है। इस नाते मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अनेक अभिनव प्रयास इस दिशा में किए गए हैं। मध्यप्रदेश में महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में जहां भारतीय ज्ञान परम्परा से संबंधित महत्वपूर्ण कार्यशालाएं आयोजित की गईं, वहीं राज्य सरकार द्वारा भारतीय ज्ञान परम्परा शीर्ष समिति और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में टास्क फोर्स का गठन किया गया। विद्यार्थियों को उनकी रूचि, दक्षता और क्षमता के अनुसार शिक्षा व्यवस्था करने के प्रसार सफल हो रहे हैं। उच्च शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने में प्रदेश अग्रणी है। मध्यप्रदेश का सकल पंजीयन अनुपात राष्ट्रीय अनुपात 28.4 प्रतिशत के मुकाबले 28.9 प्रतिशत है जो एक उपलब्धि है।