Category Archives: MADHYA PRADESH
दुग्ध उत्पादन में अग्रणी मध्यप्रदेश
दुग्ध और दुग्ध उत्पादों से किसानों को मिल रहा है अच्छा मुनाफा
दुग्ध उत्पादन में मध्यप्रदेश भारत के अग्रणी राज्यों में शामिल है। यहां दुग्ध उत्पादक किसान न केवल बड़ी मात्रा में दूध का उत्पादन कर रहे हैं, अपितु दुग्ध और दुग्ध उत्पादों के विक्रय से अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं। भारत का नौ प्रतिशत दुग्ध उत्पादन मध्यप्रदेश में होता है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का संकल्प है कि प्रदेश का दुग्ध उत्पादन, देश के कुल दुग्ध उत्पादन का 20% तक पहुंचे। मध्यप्रदेश दुग्ध संघ का सांची ब्रांड वाजिब दामों में उच्च गुणवत्ता युक्त नए-नए दुग्ध एवं अन्य उत्पाद बाजार में ला रहा है, जिससे सदस्य किसानों को अच्छी आमदनी हो रही है। प्रदेश में कृषि को लाभ का धंधा बनाने में दुग्ध उत्पादन का भी महत्वपूर्ण स्थान है।
भारत-ब्रिटेन साझेदारी अब लिविंग-ब्रिज, टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और नॉलेज पार्टनरशिप पर केन्द्रित – मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया ब्रिटिश सांसदों के साथ दोपहर भोज
मुख्यमंत्री का यूके दौरा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को ब्रिटिश सांसदों के साथ दोपहर भोज किया। इस दौरान सांसदों से वार्ता में डॉ. यादव ने कहा, “ब्रिटिश संसद में आज मेरी यात्रा ने एक बार फिर याद दिलाया कि हमारी लोकतांत्रिक परंपरा कितनी समृद्ध है, जैसे कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं, “यह साझेदारी इतिहास से भी जुड़ी है और भविष्य के लिए भी महत्वपूर्ण है।” प्रधानमंत्री श्री मोदी के विजन का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत-ब्रिटेन संबंध अब लिविंग-ब्रिज हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दोपहर भोज के आमंत्रण को स्वीकार कर समय निकालने के लिए ब्रिटिश सांसदों सुश्री बैरोनेस वर्मा, श्री बॉब ब्लैकमैन, लार्ड श्री कुलवीर सिंह रेंजर, श्री वीरेंद्र शर्मा और श्री बैरी गार्डनर को हार्दिक धन्यवाद देते हुए आभार जताया।
शुभमस्तु कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव का उद्योगपतियों ने आभार व्यक्त किया
भोपाल में जीआईएस समिट : 2025 करने के निर्णय के लिए भोपाल और प्रदेश के उद्योगपतियों ने किया स्वागत
दही-मिश्री खिलाकर मुख्यमंत्री डॉ. यादव को विदेश दौरे की सफलता के लिए मंगलकामनाएं
उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री को सौंपी जीआईएस : 2025 की मशाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को उद्योग क्षेत्र के सहयोग से मजबूत बनाया जाएगा। अन्य देशों से भी मध्यप्रदेश में निवेश आएगा। ऐसी स्थिति में स्थानीय उद्योगपतियों को भी उतना ही महत्व दिया जाएगा। नई तकनीक का उपयोग कर सभी तरह के उद्योगों के विकास और अधिक से अधिक संख्या में युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने को प्राथमिकता दी जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज राज्य शासन के फरवरी 2025 में भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट करने के निर्णय पर उनका आभार व्यक्त करने आए प्रमुख उद्योगपतियों, विभिन्न औद्योगिक संगठन एवं उद्योग क्षेत्र के प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर कई संस्थाओं ने जीआईएस समिट भोपाल में आयोजित करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव को उद्योग जगत की ओर से शुभमस्तु कार्यक्रम में धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया गया। साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. यादव को औद्योगिक निवेश के दृढ़ संकल्प एवं विकसित मध्यप्रदेश की परिकल्पना को साकार करने के लिए 24 से 30 नवम्बर तक यू.के. और जर्मनी यात्रा के लिए मंगलकामनाएं भी दी गईं।
जिसके घर में गाय का कुल, वह घर गोकुल : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
घर-घर बछिया उपलब्ध कराकर दुग्ध उत्पादन को बढ़ाया जाएगा
गौ-शाला स्थापित करने की दिशा में सक्रियता से कार्य जारी
प्रदेश में इस वर्ष 300 गौ-शालाओं का हुआ पंजीयन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 10 हजार गायों की क्षमता वाली हाईटेक गौ-शाला का किया भूमि-पूजन
25 एकड़ क्षेत्र में 15 करोड़ रूपए की लागत से बनेगी गौ-शाला
ग्राम सूखी सेवनिया में बनेगा सीएम राइज स्कूल और बरखेड़ी डोब को औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा
अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय में गौ-माता से संबंधित डिग्री/डिप्लोमा कोर्स आरंभ होंगे
भोपाल जिले के ग्राम बरखेड़ी डोब में हुआ भूमि-पूजन कार्यक्रम
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि गौ-माता में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास है। जो भी गोवंश का पालन करे वही गोपाल है, जिसके घर में गाय का कुल वह घर गोकुल है। अतः प्रत्येक व्यक्ति और परिवार को घर में गोपालन के लिए पहल करना चाहिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बिना धर्म, भाषा, जाति और क्षेत्र के भेदभाव के हमें गौ-पालन को प्रोत्साहित करना है। परंपरागत रूप से भी भारत में सभी धर्म और जाति के लोग गौ-पालन करते हैं और यही हमारी सामाजिक समरसता का प्रतीक है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव भोपाल के ग्राम बरखेड़ी डोब में 10 हजार गायों की क्षमता वाली हाईटेक गौ-शाला के भूमि-पूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि भोपाल जिले के बरखेड़ी डोब ग्राम में 25 एकड़ क्षेत्र में 15 करोड़ रूपए की लागत से गौ-शाला का निर्माण होने जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हाईटेक गौ-शाला भूमि-पूजन स्थल पहुंचने पर सर्वप्रथम गौ-माता को दुलार कर नमन किया तथा उन्हें आहार सामग्री अर्पित की। इस अवसर पर प्रदेश में गोवंश संरक्षण और दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के लिए संचालित गतिविधियों पर लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ब्रिटिश पार्लियामेंट का करेंगे भ्रमण
प्रवासी भारतीयों और फ्रेंडस ऑफ एमपी के साथ करेंगे निवेश पर चर्चा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश को वैश्विक निवेश पटल पर स्थापित करने के अपने अभियान को नई ऊंचाई देते हुए आज अपने बहुप्रतीक्षित यूके दौरे की शुरुआत की। इस दौरे का उद्देश्य प्रदेश में विदेशी निवेश को आकर्षित करना, वैश्विक औद्योगिक सहयोग को बढ़ावा देना और प्रवासी भारतीयों को राज्य की प्रगति में सक्रिय भागीदार बनाना है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को सुबह 10 (GMT) बजे ब्रिटिश संसद के लिए प्रस्थान करेंगे। यहां उनका स्वागत ब्रिटिश सांसद बैरोनेस (संदीप के वर्मा) करेंगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव, सांसद बैरोनेस वर्मा के साथ ब्रिटिश संसद का भ्रमण करेंगे।
विद्युत वितरण कंपनियों के अधिकृत शुभंकर ‘’विद्युत’’ एवं ‘’बिजली’’ करेंगे प्रचार-प्रसार
मध्यप्रदेश में प्रभावी संचार के लिए बिजली कंपनियां करेंगी उपयोग
एमपी पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के संचालक मंडल द्वारा जागरूकता उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए मध्यप्रदेश में संचार के लिए ‘’विद्युत’’ और ‘’बिजली’’ को विद्युत वितरण कंपनियों के अधिकृत शुभंकर के रूप में उपयोग करने का निर्णय लिया गया है। शुभंकर ‘’विद्युत’’ और ‘’बिजली’’ को मध्यप्रदेश में ऊर्जा विभाग के अधीन एम.पी.पॉवर मैनेजमेंट कंपनी, एम.पी.पॉवर जनरेटिंग कंपनी, एम.पी.पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के साथ ही तीनों विद्युत वितरण कंपनियों क्रमश: पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी जबलपुर, पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर तथा मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भोपाल द्वारा इन शुभंकरों के माध्यम से प्रभावी संदेश तैयार कर प्रचार – प्रसार को बढावा देने के लिए उपयोग किया जाएगा।
संविधान के 75 वर्ष पूर्ण होने पर भोपाल में निकलेगी “संविधान दिवस पदयात्रा”
विकसित “भारत यंग लीडर” डायलॉग के तहत प्रदेश स्तर पर चयनित युवाओं को मिलेगा प्रधानमंत्री श्री मोदी से सीधे संवाद का अवसर- मंत्री श्री सारंग
विकसित भारत यंग लीडर डायलॉग के तहत प्रदेश में होगा राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन
युवा महोत्सव 2025 में युवाओं की प्रतिभा को मंच देने के उद्देश्य से जिला एवं राज्य पर होंगे आयोजन
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने संविधान दिवस, विकसित भारत यंग लीडर डायलॉग और 28वें युवा महोत्सव-2025 से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। मंत्री श्री सारंग ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेज गति से विकसित भारत-2047 के लक्ष्य की ओर अग्रसर है। इन कार्यक्रमों से युवाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कर उनकी ऊर्जा और दृष्टिकोण को राष्ट्र निर्माण में समाहित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी का सपना है कि भारत 2047 तक विश्व के विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में अग्रणी हो। इसके लिए युवाओं को नई ऊर्जा के साथ जोड़ा जा रहा है। संविधान दिवस, विकसित भारत यंग लीडर डायलॉग और युवा महोत्सव जैसे कार्यक्रम इस दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लंदन में भारतीय उच्चायुक्त एवं प्रवासी भारतीयों ने किया आत्मीय स्वागत
विदेशी निवेशकों को आमंत्रित करने मुख्यमंत्री यूके और जर्मनी की विदेश यात्रा पर
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का लंदन पहुंचने पर यूनाइटेड किंगडम में भारत के उच्चायुक्त श्री विक्रम के दोराईस्वामी और प्रवासी भारतीयों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव फरवरी में होने जा रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में विदेशी निवेशकों को मध्यप्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिए आमंत्रित करने के लिए इंग्लैंड और जर्मनी प्रवास पर हैं। अपने 6 दिवसीय विदेशी प्रवास के दौरान वे उद्योगपतियों से मुलाकात कर उन्हें मध्यप्रदेश आने का न्यौता देंगे। मुख्यमंत्री के साथ अधिकारियों का उच्च स्तरीय दल भी विदेश प्रवास पर है।
वैश्विक निवेश को मिलेगा प्रोत्साहन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यात्रा का मुख्य उद्देश्य मध्यप्रदेश को औद्योगिक हब बनाने के साथ ही हर प्रकार के उद्योग को आमंत्रण के साथ मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास को नई ऊंचाईयां देने और वैश्विक निवेश को आकर्षित करना है। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय निवेश के अवसरों को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने का अभूतपूर्व प्रयास है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आगामी फरवरी माह में भोपाल में आयोजित हो जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेशकों को आमंत्रित करने के उद्देश्य से 6 दिवसीय विदेश यात्रा पर लंदन और बर्मिंघम तथा जर्मनी के म्यूनिख और स्टटगार्ट का दौरा करेंगे। इस दौरान वे उद्योगपतियों और औद्योगिक संगठन के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को वेस्टमिंस्टर स्थित ब्रिटिश संसद और किंग्स क्रॉस तथा पुनर्विकास स्थलों का भ्रमण भी करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव लंदन में ‘फ्रेंड्स ऑफ मध्यप्रदेश’ प्रवासी भारतीयों द्वारा आयोजित रात्रि भोज कार्यक्रम में शामिल होंगे। लगभग 400 प्रवासी भारतीय इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
विश्व पटल पर होगा मध्यप्रदेश
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यह निवेश यात्रा राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने तथा विश्व पटल पर उद्योग के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाएगी। यह यात्रा निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखी जा रही है, जो प्रदेश में निवेशकों का विश्वास को मजबूती और औद्योगिक विकास को गति प्रदान करेगी। इससे प्रदेश में एक समृद्ध औद्योगिक वातावरण का निर्माण होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देश के महानगरों से औद्योगिक निवेश को आमंत्रित करने के लिए उन्होंने कलकत्ता, बेंगलोर, मुम्बई और कोयम्बटूर में रोड शो आयोजित कर उद्योगपतियों से मुलाकात की थी। विदेश यात्रा का उद्देश्य भारतीय निवेशकों के साथ ही विदेशी निवेशकों को आमंत्रित करना भी है।
हर युवा के लिए होगा रोजगार
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की मंशा के अनुरूप प्रदेश के युवाओं को उनकी शिक्षा और काबिलियत के अनुसार काम देने के उद्देश्य से हर प्रकार के उद्योगों को स्थापित करना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव विदेश यात्रा में विभिन्न क्षेत्रों यथा आई.टी, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिक व्हीकल, एजुकेशन, रिन्युएबल एनर्जी और फूड प्रोसेसिंग सेक्टर्स में निवेश पर चर्चा और उद्योगपतियों से वन-टू-वन मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंगलवार को ब्रेक-फास्ट पर उद्योगपतियों एवं भारत के उच्चायुक्त श्री विक्रम के दोरईस्वामी से संवाद करेंगे। इसके बाद “इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज इन मध्यप्रदेश”, “इंटरैक्टिव सेशन” में लगभग 120 प्रतिभागियों से चर्चा करेंगे।
संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को पाने के लिए चतुर्थ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का चित्रकूट में शुभारंभ, 3 दिन नीति निर्धारक एवं विद्वतजन करेंगे चिंतन
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल और मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने किया शुभारम्भ
संयुक्त राष्ट्र के धारणीय विकास के लक्ष्यों को पाने के लिए चित्रकूट में दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा 22 से 24 नवंबर 2024 तक चौथे अंतर्राष्ट्रीय सतत् विकास के लक्ष्य (एसडीजी) सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। चतुर्थ त्रिदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ शुक्रवार को दीनदयाल परिसर के विवेकानंद सभागार में उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया, तेलंगाना राज्य के विशेष मुख्य सचिव श्री अरविंद कुमार, सांसद सतना श्री गणेश सिंह, विधायक चित्रकूट श्री सुरेंद्र सिंह गहरवार, डॉ लोकेश शर्मा ओ एस डी मुख्यमंत्री मुख्य कार्यकारी अधिकारी अटल विहारी बाजपेई सुशासन नीति विश्लेषण, प्रो0 भरत मिश्रा कुलगुरु महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय , डॉ वी के जैन ट्रस्टी एवं निदेशक सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट, श्री अशोक जाटव जिला पंचायत अध्यक्ष चित्रकूट, श्री पंकज अग्रवाल अध्यक्ष कोऑपरेटिव बैंक बाँदा-चित्रकूट, श्रीमती अनुजा ताई परचुरे प्रबन्ध समिति सदस्य डीआरआई, श्री अभय महाजन संगठन सचिव दीनदयाल शोध संस्थान, श्री वसंत पण्डित कोषाध्यक्ष द्वारा भारतरत्न नानाजी देशमुख के चित्र पर पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्वलन से किया गया।
श्रीमद् भगवद गीता को आचरण और व्यवहार में धारण कर सन्मार्ग पर चलते हुए प्राप्त की जा सकती है सफलता : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री ने भगवद गीता आधारित मूल्य शिक्षा प्रतियोगिता में अधिक से अधिक विद्यार्थियों से भाग लेने की अपील की
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण का मध्यप्रदेश की धरती उज्जैन पधार कर आचार्य सांदीपनि जी से शिक्षा प्राप्त करना सनातन संस्कृति की अद्वितीय घटना है। महाभारत जैसे भीषण युद्ध के बीच शास्त्र सम्मत मार्ग दिखाते हुए कर्मवाद की शिक्षा देने का उनका प्रयास और विश्व को श्रीमद् भगवद गीता की देन अद्वितीय है। शास्त्र के रूप में स्थापित भगवद गीता विद्वतजन, ऋषि मुनि से लेकर जन-सामान्य तक के मन में जिज्ञासा भी उत्पन्न करती है और समाधान भी प्रदान करती है। गीता को आचरण और व्यवहार में धारण कर मानव, अपने जीवन को कर्मवाद से जोड़कर सद्मार्ग का अनुसरण करते हुए सफलताएं प्राप्त कर सकता है। इस वर्ष गीता जयंती पर इस्कॉन के साथ मिलकर स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा भगवद गीता पर केंद्रित प्रतियोगिता कराने का निर्णय लिया गया है। गीता के श्लोकों का वाचन, अध्ययन-मनन और भगवद गीता में लोगों की रुचि बढ़ाने के उद्देश्य से यह अकादमिक अभियान चलाया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विद्यार्थियों से अधिक से अधिक संख्या में इस प्रतियोगिता में भाग लेने की अपील की।