ईरान ने जब्त किए जहाज से रिहा किए 5 भारतीय:11 अब भी कैद में; 26 दिन पहले कब्जे में लिया था इजराइली अरबपति का जहाज

ईरान ने 13 अप्रैल को जब्त किए जहाज MSC एरीज पर सवार 5 भारतीय को रिहा कर दिया है। ईरान में मौजूद भारतीय दूतावास ने गुरुवार को बताया कि सभी लोग भारत के लिए रवाना हो गए हैं। उन्होंने ईरान अधिकारियों को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

दरअसल, इजराइल पर हमले से पहले ईरान ने भारत आ रहे पुर्तगाल के झंडे वाले एक जहाज को ओमान की खाड़ी में होर्मुज पास से जब्त किया था। इस पर 25 क्रू मेंबर मौजूद थे जिनमें 17 भारतीय और दो पाकिस्तानी थे। यह शिप इजराइली अरबपति की एक कंपनी का था। बचे हुए 11 सदस्य अब भी ईरान की कैद में हैं। इससे पहले 18 अप्रैल को एक भारतीय महिला कैडेट एन टेसा जोसेफ को रिहा किया गया था।

‘MSC एरीज’ जहाज की है। इस पर भारत के 17 लोग सवार थे। जब्त होने से पहले यह UAE से भारत आ रहा था।
भारत ने अब तक क्या किया?
भारत के विदेश मंत्रालय ने जोसेफ की रिहाई पर कहा था कि सरकार शिप पर मौजूद बाकी 16 भारतीयों के संपर्क में हैं। क्रू के सारे सदस्य स्वस्थ हैं और भारत में अपने परिवारों के साथ बातचीत कर चुके हैं। इन लोगों की घर वापसी के लिए ईरानी अधिकारियों के साथ बातचीत की जा रही है।

डिप्लोमेटिक चैनल्स के जरिए भारत का विदेश मंत्रालय लगातार ईरानी अधिकारियों के संपर्क में है। जहाज पर फंसे बचे हुए भारतीयों को छुड़ाने की कोशिश की जा रही है। इससे पहले 14 अप्रैल को विदेश मंत्री जयशंकर ने बताया था कि इस मामले को लेकर उन्होंने ईरान के विदेश मंत्री से बात की है। इसके बाद भारतीय दूतावास से जुड़े अधिकारियों को क्रू में शामिल भारतीय नागरिकों से मिलने की इजाजत मिल गई थी।

18 अप्रैल को ईरान से भारत लौटी महिला क्रू सदस्य ने बताया कि उन्हें ईरान में किसी चीज की दिक्कत नहीं हो रही है। वहां के अधिकारी उनसे अच्छा बर्ताव कर रहे हैं। उन्हें खाने-पीने की कोई दिक्कत नहीं थी। वे अपनी मेस में मर्जी से खाना पका सकते थे। वहीं इससे एक दिन पहले 17 अप्रैल को 2 पाकिस्तानी क्रू सदस्यों को रिहा कर दिया गया था।

शिप UAE से रवाना होकर भारत आ रहा था
13 अप्रैल को होर्मुज स्ट्रेट के रास्ते भारत आ रहे इजराइली अरबपति की कंपनी के एक जहाज MCS एरीज को ईरान की सेना ने कब्जे में ले लिया था। ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडो UAE से रवाना हुए जहाज पर हेलिकॉप्टर से उतरे थे।

ईरान ने आरोप लगाया था कि शिप बिना इजाजत उनके इलाके से गुजर रहा था। इस घटना के बाद ईरान और इजराइल के बीच तनाव और बढ़ गया था। घटना के अगले दिन 14 अप्रैल को ईरान ने इजराइल पर हमला कर दिया था।

होर्मुज पास से गुजरता है दुनिया का 20% तेल
ईरान ने जिस होर्मुज पास में जहाज पर कब्जा किया है, वहां से दुनिया का 20% तेल गुजरता है। ईरानी सरकारी न्यूज एजेंसी IRNA ने 2023 में दावा किया था कि ईरान ने होर्मुज पास में कई सौ बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें तैनात की हैं। जो एक के बाद एक लगातार कई टारगेट पर हमला कर सकती हैं।

ईरान ही नहीं बल्कि अमेरिका ने भी तेजी से इस इलाके में सैनिकों और हथियारों की तैनाती की थी। अमेरिका ने अपना A-10 थंडरबोल्ट 2 वॉरप्लेन, F-16 और F-35 फाइटर जेट तैनात किए हैं। इसके अलावा अमेरिका के कई युद्धपोत भी इस इलाके में मौजूद हैं।

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