तानाशाह किम की बहन बोली-हमने रूस को हथियार नहीं दिए:नॉर्थ कोरिया के हथियार देश की रक्षा के लिए, बेचने के लिए नहीं

नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने रूस को हथियार देने के अमेरिका और साउथ कोरिया के दावों को गलत बताया है। नॉर्थ कोरिया के सरकारी न्यूज चैनल KCNA के मुताबिक किम यो जोंग ने कहा कि रूस को हथियार देने की बातें मनगढ़ंत और बेतुकी हैं। किम यो जोंग ने कहा, ‘नॉर्थ कोरिया ने देश की सुरक्षा के लिए हथियार बनाएं हैं, किसी दूसरे देश को बेचने के लिए नहीं।’ किम की बहन का ये बयान उस वक्त आया है जब अमेरिका ने रूस की 3 कंपनियों पर प्रतिबंध लगाएं है। इन पर नॉर्थ कोरिया और रूस के बीच हथियारों की डील कराने के आरोप थे।दरअसल, नॉर्थ कोरिया के हथियार खरीदने और बेचने पर (संयुक्त राष्ट्र संघ) UN ने पाबंदियां लगा रखी हैं। अमेरिका और पश्चिमी देश लगातार रूस पर नॉर्थ कोरिया से मिलिट्री टेक्नोलॉजी और आर्थिक सहायता के बदले में यूक्रेन युद्ध के लिए तोपखाने, मिसाइल और दूसरे हथियार खरीदने के आरोप लगाते रहे हैं।

जब तानाशाह किम रूस के दौरे पर गए थे, पुतिन ने उन्हें रॉकेट कंस्ट्रक्शन साइट का दौरा कराया था।
दावा- नॉर्थ कोरिया ने हथियारों के 7 हजार कंटेनकर रूस भेजे
साउथ कोरिया ने मार्च में दावा किया था कि नॉर्थ कोरिया ने जुलाई 2023 से मार्च 2024 तक रूस को हथियारों से भरे 7 हजार कंटेनर भेजे। इसके बदले नॉर्थ कोरिया में रूस के 9 हजार कंटेनर आए थे। इनमें खाने की कमी झेल रहे नॉर्थ कोरिया के लिए मदद का सामान होने का दावा किया गया।

वहीं, वॉशिंगटन में बैठे एक्सपर्ट्स का दावा है कि नॉर्थ कोरिया को हथियार भेजने के बदले सैटेलाइट टेक्नोलॉजी मिली है। नॉर्थ कोरिया ने हाल ही में कहा था कि वे अपनी सेना के लिए 240 मिलीमीटर के रॉकेट लॉन्चर बनाएगा, जो सेना की जंग लड़ने की क्षमता को बढ़ाएंगे।

यूक्रेन में दागीं मिसाइलों से खुलासा
अमेरिका के साथ-साथ यूक्रेन का भी दावा है कि रूस ने नॉर्थ कोरिया से हथियार खरीदे हैं। जनवरी में रूस के खार्किव शहर में दागी गई एक मिसाइल के मलबे से इसकी पुष्टि होने का दावा किया गया। सिर्फ हथियार ही नहीं अमेरिका का दावा है कि रूस ने UN सिक्योरिटी काउंसिल की लिमिट से आगे जाकर नॉर्थ कोरिया को रिफाइंड पेट्रोल दिया है।

रूस दौरे पर पुतिन और किम जोंगे क बीच मिलिट्री को-ऑपरेशन को लेकर चर्चा हुई थी।
1990 से खाने की कमी से जूझ रहा नॉर्थ कोरिया
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक नॉर्थ कोरिया में 1990 के दशक में खतरनाक अकाल पड़ा था। तब से वहां पर खाने की कमी है। फरवरी 2023 में एक्सपर्ट्स ने चेताया था कि अनाज के उत्पादन में कमी होने की वजह से नॉर्थ कोरिया में खाने का संकट गहरा गया है। बेकार मौसम और अंतर्राष्ट्रीय पाबंदियों के चलते वहां स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है।

साउथ कोरिया की सैटलाइट इमेज से दिखाया था कि नॉर्थ कोरिया में साल 2022 में 2021 के मुकाबले 18 हजार टन कम अनाज पैदा हुआ था। किम जोंग ने लोगों को कम खाना खाने का आदेश दिया था
2022 में उत्तर कोरिया से आई एक रिपोर्ट ने दावा किया था कि अनाज की कमी को पूरा करने के लिए किम जोंग उन ने लोगों से कम खाना खाने को कहा है। उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया के मुताबिक, कोरिया वर्कर्स पार्टी (WPK) की बैठक में किम जोंग ने कहा था- अब देश में फैक्ट्रियां लगाने पर काम होगा और लोगों के जीवन में सुधार लाया जाएगा। इस वक्त देश ‘जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।’

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