ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन:विदेश मंत्री समेत 9 लोग सवार थे, सभी मारे गए; अजरबैजान से लौटते वक्त हादसा
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया है। ईरान की स्टेट न्यूज एजेंसी IRNA ने इसकी घोषणा की। देश में मेडिकल असिस्टेंस देने वाली रेड क्रिसेंट ने कहा कि हादसे में किसी के भी बचे होने की संभावना नहीं है।
रईसी के साथ हेलिकॉप्टर में मौजूद विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन की भी मौत की जानकारी दी गई है। इससे पहले उनके हेलिकॉप्टर का मलबा अजरबैजान की पहाड़ियों में मिल था। इसमें राष्ट्रपति रईसी समेत 9 लोग सवार थे।
हेलिकॉप्टर रविवार शाम करीब 7.00 बजे अजरबैजान के पास लापता हो गया था। रातभर से इसकी तलाश की जा रही थी। इलाके में भारी बारिश, कोहरा और ठंड की वजह से सर्चिंग में दिक्कतें आईं। इस दौरान तीन बचावकर्मी भी गायब हो गए।राष्ट्रपति रईसी, विदेश मंत्री होसैन के अलावा हेलिकॉप्टर में पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मलिक रहमती, तबरीज के इमाम मोहम्मद अली अलेहाशेम, एक पायलट, को-पायलट, क्रू चीफ, हेड ऑफ सिक्योरिटी और बॉडीगार्ड सवार थे।
सबसे पहले मैप में देखिए रईसी के हेलिकॉप्टर की क्रैश लोकेशन रईसी बांध का उद्घाटन करके लौट रहे थे
ईरान के स्टेट मीडिया IRNA के मुताबिक, रईसी 19 मई की सुबह अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ एक बांध का उद्घाटन करने गए थे। लौटने के दौरान अजरबैजान की सीमा के करीब ईरान के वरजेघन शहर में यह हादसा हुआ।
राष्ट्रपति की अचानक मौत पर उप-राष्ट्रपति संभालते हैं पद
ईरान में राष्ट्रपति को सरकार का हेड जबकि सुप्रीम लीडर को हेड ऑफ स्टेट कहा जाता है। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान में अगर राष्ट्रपति की अचानक मौत होती है तो संविधान के हिसाब से उप-राष्ट्रपति को पद सौंपा जाता है।
इसके लिए सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई अप्रूवल देते हैं। ईरान में मोहम्मद मुखबेर उप-राष्ट्रपति हैं। उनके पद संभालने के बाद ईरान में अगले 50 दिन के अंदर राष्ट्रपति चुनाव कराने होंगे।
PM मोदी बोले- मुश्किल घड़ी में भारत ईरान के साथ
ईरान के राष्ट्रपति रईसी की मौत भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, “रईसी की अचानक मौत से स्तब्ध हूं। उन्होंने भारत-ईरान के द्विपक्षीय रिश्तों को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। भारत इस मुश्किल घड़ी में ईरान के साथ खड़ा है।”
वहीं भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी रईसी की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने कहा, “मैंने जनवरी में ही उनके मुलाकात की थी। हादसे की खबर से बेहद दुखी हूं। मैं शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदानाएं व्यक्त करता हूं।”
वेनेजुअला के राष्ट्रपति बोले- रईसी मेरे खास दोस्त थे
वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने रईसी की मौत पर शोक जताया है। मादुरो ने कहा कि रईसी उनके बेहद खास दोस्त थे। ईरान गरिमा, नैतिकता और प्रतिरोध का सबसे बड़ा उदाहरण है।
हेलिकॉप्टर क्रैश में सभी शव जले, शिनाख्त की कोशिश जारी
अलजजीरा के मुताबिक, हेलिकॉप्टर क्रैश होने के बाद पूरी तरह से जल गया था। ईरानी अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान कई शव भी जलकर खाक हो गए, जिसकी वजह से उनकी पहचान नहीं हो पा रही है।
तुर्किये के ड्रोन ने ढूंढी क्रैश साइट
सर्च ऑपरेशन में जुटे तुर्किये के एक ड्रोन को अजरबैजान की पहाड़ियों पर ताविल इलाके में जलती हुई एक जगह दिखी है। शक है कि यह ईरानी राष्ट्रपति रईसी के हेलिकॉप्टर का मलबा हो सकता है। हालांकि, हेलिकॉप्टर में सवार लोगों की हालत के बारे में अब भी पता नहीं चल सका है।
सर्च ऑपरेशन में जुटी टीम को अजरबैजान की पहाड़ी पर हेलिकॉप्टर का मलबा होने का शक है।
ईरानी राष्ट्रपति रईसी अमेरिका में बने ‘बेल 212’ हेलिकॉप्टर पर सवार थे। दो ब्लेड वाला यह एयरक्राफ्ट मीडियम साइज का हेलिकॉप्टर है। इसमें पायलट सहित 15 लोग बैठ सकते हैं।
कोहरे, बारिश और ठंड की वजह से सर्चिंग में दिक्कत आईं
IRNA की रिपोर्ट के मुताबिक, कोहरे, बारिश और ठंड की वजह से हेलिकॉप्टर के जरिए सर्च ऑपरेशन को अंजाम देना लगभग असंभव था। सड़क के रास्ते 20-40 टीमों को घटनास्थल की तरफ रवाना किया गया। इनमें ईरान की स्पेशल फोर्सेज IRGC के सदस्य समेत रेंजर्स शामिल थे। इनके पास छानबीन के लिए ड्रोन्स और सर्च डॉग्स भी मौजूद थे।
रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद के लिए रूस ने 50 रेस्क्यू स्पेशलिस्ट और दो स्पेशल हेलिकॉप्टर भेजने की बात कही। रूस के अलावा आर्मेनिया, अजरबैजान, इराक, कतर, सऊदी अरब और तुर्की के साथ-साथ यूरोपीय कमिशन ने रईसी के हेलिकॉप्टर की तलाश के लिए सैटेलाइट मैपिंग एक्टिवेट कर दिया।
देर रात सुप्रीम लीडर खामेनेई ने कैबिनेट की आपात मीटिंग बुलाई
ईरान के सुप्रीम लीडर व धर्मगुरु अली खामेनेई ने देर रात कैबिनेट की आपात मीटिंग बुलाई। इसमें बचाव अभियान के साथ ही ताजा हालात पर चर्चा हुई। ईरानी सरकार ने रिवॉल्यूशनरी गार्ड (सेना) को अलर्ट पर रखा।
सेना के प्रमुख मोहम्मद बाघेरी ने विशेष दस्तों को हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा। प्रमुख शहरों में बसीज फोर्स उतारी। ईरान के कुर्द बहुल इलाकों चौकसी बढ़ा दी गई। यहां पिछले साल सरकार विरोधी आंदोलन हुए थे।
रईसी के हेलिकॉप्टर क्रैश पर दूसरे देशों की प्रतिक्रिया…
भारत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर जारी मैसेज में कहा- ईरान के राष्ट्रपति रईसी के हेलिकॉप्टर क्रैश की खबर से मैं चिंतित हूं। मैं उनके स्वस्थ होने की कामना करता हूं। हम इस मुश्किल घड़ी में ईरान के साथ हैं।
इराक: हादसे को देखते हुए इराक की सरकार ने रईसी के हेलिकॉप्टर को ढूंढने के लिए मदद की पेशकश की है।
अमेरिका: रईसी के हेलिकॉप्टर क्रैश होने की खबरों के बीच अमेरिका का बयान भी सामने आया है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी घटना की जानकारी दे दी गई है।
पाकिस्तान: प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ कहा, “राष्ट्रपति सैयद इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर के बारे में ईरान से परेशान करने वाली खबर सुनी। चिंता के साथ खुशखबरी का इंतजार कर रहा हूं कि सब ठीक है।हमारी दुआएं और शुभकामनाएं राष्ट्रपति रईसी और पूरे ईरान के साथ है।”
अजरबैजान: राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने कहा, ‘मैंने कुछ देर पहले ही राष्ट्रपति रईसी को दोस्ताना विदाई दी थी। ईरान हमारा पड़ोसी होने के साथ-साथ एक दोस्त और भाई जैसा है। हम किसी भी तरह से ईरान की मदद के लिए तैयार हैं।’
ईरान ने राष्ट्रपति को ढूंढने के लिए यूरोपीय यूनियन से मदद मांगी
यूरोपीय यूनियन ने रईसी को ढूंढने में ईरान की मदद के लिए अपना कॉपरनिकस सैटेलाइट सिस्टम एक्टिवेट कर दिया। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, ईरान ने EU से मदद मांगी थी, जिसके जरिए मैपिंग सर्विस का इस्तेमाल करके क्रैश साइट को लोकेट किया जा सके।
दुर्घटना से पहले रईसी के आखिरी कार्यक्रम की फोटोज…
अरास नदी पर ईरान और अजरबैजान द्वारा संयुक्त रूप से बनाए गए तीसरे बांध किज कलासी के उद्घाटन समारोह से पहले ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी (बाएं) अपने अजेरी समकक्ष इल्हाम अलीयेव के साथ बैठक के दौरान। फोटो: अलजजीरा।
अरास नदी पर ईरान और अजरबैजान द्वारा संयुक्त रूप से बनाए गए तीसरे बांध किज कलासी के उद्घाटन समारोह से पहले ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी (बाएं) अपने अजेरी समकक्ष इल्हाम अलीयेव के साथ बैठक के दौरान। फोटो: अलजजीरा।
कौन हैं इब्राहिम रईसी?
साल 2021 में कट्टरपंथी नेता इब्राहिम रईसी ईरान के राष्ट्रपति बने थे। राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने से पहले भी कई वजहों से इब्राहिम रईसी चर्चाओं में रहे। वे सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई के करीबी माने जाते हैं। माना जाता है कि वह ही खामनेई के उत्तराधिकारी भी हो सकते हैं।
इब्राहिम रईसी पहले ईरानी राष्ट्रपति हैं, जिन पर पदभार संभालने से पहले ही अमेरिका प्रतिबंध लगा चुका है। दरअसल, रईसी 1988 में सरकारी वकील थे। वे उन खुफिया ट्रिब्यूनल्स का हिस्सा थे, जिन्हें ‘डेथ कमेटी’ के नाम से जाना जाता है।
तब उन्होंने 5 हजार राजनेताओं को देशद्रोही साबित कर दिया था। इन सभी को फांसी की सजा सुनाई गई थी। इस घटना के बाद अमेरिका ने रईसी पर बैन लगा दिया था।
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