उत्तर कोरिया ने 10 बैलिस्टिक मिसाइलों का टेस्ट किया:जापान के समुद्र में दागीं मिसाइलें, साउथ कोरिया ने पैसिफिक ओशन की निगरानी बढ़ाई

नॉर्थ कोरिया ने गुरुवार (30 मई) को 10 बैलिस्टिक मिसाइलों का टेस्ट किया है। न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक, यह टेस्ट ईस्ट सी (सी ऑफ जापान) में किया गया। दक्षिण कोरिया और जापान की सेना ने भी इस बात पुष्टि की है और इसकी कड़ी निंदा की है।

अलजजीरा के मुताबिक, मिसाइलों को नॉर्थ कोरिया के सुनान इलाके से गुरुवार सुबह 6 बजकर 14 मिनट पर लॉन्च किया गया। साउथ कोरिया के जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने बताया कि करीब 350 किमी की दूरी तय करने के बाद ये मिसाइलें समुद्र में गिर गईं। नॉर्थ कोरिया की मिसाइलों की रेंज 350 KM बताई गई है।साउथ कोरिया बोला- यह हमारी सुरक्षा के लिए खतरा
साउथ कोरिया की सेना ने कहा है कि नॉर्थ कोरिया की ये हरकत कोरियन पेनिनसुला की सुरक्षा और शांति के लिए खतरा है। सेना ने पैसेफिक ओशन में निगरानी बढ़ा दी है। साथ ही उन्होंने अमेरिका और जापान से मिसाइलों को लेकर और जानकारी साझा करने की अपील की है।

इन मिसाइलों की लॉन्चिंग से 3 दिन पहले ही नॉर्थ कोरिया ने अपनी दूसरी जासूसी सैटेलाइट लॉन्च करने की कोशिश की थी, जो फेल रहा था। दरअसल, सैटेलाइट ले जा रहे रॉकेट में हवा में ही ब्लास्ट हो गया था। नॉर्थ कोरिया की इस सैटेलाइट लॉन्चिंग से कुछ घंटे पहले ही साउथ कोरिया ने दोनों देशों की सीमा के पास 20 लड़ाकू विमानों के साथ युद्धाभ्यास किया था।

‘जापान आने वाले जहाजों की तलाशी की जा रही है’
जापान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि हमने अपनी समुद्री सीमाओं की सुरक्षा बढ़ा दी है। जापान आने वाले जहाजों की तलाशी की जा रही है। उत्तर कोरिया ने यह टेस्ट तब किया जब दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान के साथ मिलकर संयुक्त सैन्य अभ्यास पर बातचीत कर रहा है।

इससे एक दिन पहले उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया का ध्यान भटकाने के लिए उसकी सीमा के अंदर कचरे से भरे गुब्बारे उड़ाए थे। साथ ही उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने दक्षिण कोरिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी जारी की है।

इससे पहले उत्तर कोरिया ने 17 मार्च को अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साउथ कोरिया के दौरे के समय ईस्ट सी (सी ऑफ जापान) में तीन बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं।

अमेरिका, साउथ कोरिया को खतरा मानता है नॉर्थ कोरिया
14 मार्च को नॉर्थ कोरिया के राष्ट्रपति और तानाशाह किम जोंग उन ने टैंक चलाए थे। वे इन टैंक की मारक क्षमताओं से काफी प्रभावित नजर आए थे। नॉर्थ कोरिया अक्सर अमेरिका और साउथ कोरिया की मिलिट्री ड्रिल के जवाब में मिसाइल-टैंक या नए हथियारों की टेस्टिंग करता है। अगस्त 2023 में तानाशाह ने कहा था- अमेरिका और साउथ कोरिया हमारे देश पर हमले करने की तैयारी के लिए युद्धाभ्यास करते हैं।

अमेरिका-साउथ कोरिया की नजदीकियां बढ़ रहीं
नॉर्थ कोरिया के परमाणु देश बनने के बाद से उसके साथ जंग लड़ चुके साउथ कोरिया को अपनी सुरक्षा को लेकर खतरा है। इसे देखते हुए अमेरिका और साउथ कोरिया डिफेंस को-ऑपरेशन बढ़ा रहे हैं। इसके लिए मिलिट्री एक्सरसाइज की जा रही हैं। वहीं, साउथ कोरिया में 27 हजार अमेरिका सैनिक तैनात हैं।

संयुक्त राष्ट्र यानी UN ने नॉर्थ कोरिया पर परमाणु और बैलिस्टिक हथियारों की टेस्टिंग को लेकर प्रतिबंध लगाए हैं। आसान शब्दों में कहें तो नॉर्थ कोरिया परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण नहीं कर सकता है, इसके बावजूद वह लगातार मिसाइल टेस्ट करता आया है।

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