प्रदेश में योग शिक्षा अनिवार्य की जायेगी
प्रदेश की शालाओं में पहली से पाँचवीं कक्षा तक योग शिक्षा अनिवार्य की जायेगी। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने आज यहाँ मध्यप्रदेश योग परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए व्यवहारिक और सैद्धांतिक योग शिक्षा के लिये पाठ्यक्रम तैयार करने के निर्देश दिये।श्री चौहान ने कहा कि योग शिक्षा बचपन से ही दिया जाना चाहिये ताकि योग संस्कृति की नींव मजबूत हो सके। योग शिक्षकों की उपलब्धता के संबध में श्री चौहान ने कहा कि प्रारंभिक रूप से मास्टर ट्रेनर तैयार किये जायं। ट्रेनर योग शिक्षा से जुड़े अन्य शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्कूल शिक्षा विभाग को एक माह में योग शिक्षा का पाठ्यक्रम तैयार करने और शिक्षकों के प्रशिक्षण की रूपरेखा बनाने के निर्देश दिये।
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