शेयर बाजार पर भारी पड़ सकता है सरकार का फैसला, पढ़िए एक्सपर्ट का नजरिया
केंद्र सरकार द्वारा 500 और 1000 रुपए के नोट बंद किए जाने के बाद बुधवार का कारोबारी सत्र भारतीय शेयर बाजार के लिहाज से बड़े उतार-चढ़ाव वाले होगा। एक्सपर्ट का मानना है कि बुधवार की शाम तक जो ट्रेडर्स अमेरिका में होने वाले चुनाव पर नजर लगाए बैठे थे उनकी दिलचस्पी अब सरकार के इस फैसले पर बाजार की प्रतिक्रिया जानने की होगी। ऐसे में बाजार का सत्र उथल-पुथल वाला होगा इससे इंकार नहीं किया जा सकता है।
बाजार विशेषज्ञ अंबरीश बालिगा का मानना है कि बुधवार को शेयर बाजार की शुरूआत गिरावट के साथ हो सकती है। बालिगा के मुताबिक कालेधन पर लगाम लगाने की इस प्रक्रिया में कंजम्पशन स्टोरी पर भी असर पड़ेगा। अंबरीश का कहना है कि लंबी अवधि के लिए सरकार का यह कदम निश्चित पर अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा साबित होगा लेकिन इस फैसले की पहली प्रतिक्रिया नकारात्मक होगी जिसका असर छोटी अवधि में भी दिखेगा।
एसबीआई म्युचुअल फंड्स के चीफ इंवेस्टमेंट ऑफिसर नवनीत मुनोत के मुताबिक सरकार की ओर से लिया गया फैसला सकारात्मक है। मुनोत को उम्मीद है कि बाजार इस फैसले पर त्वरित प्रतिक्रिया के आगे इस फैसले को देखेगा और छोटे समय में आने वाली गिरावट को नजरअंदाज करेगा। नवनीत का मानना है कि गिरावट आने पर निवेशक चुनिंदा शेयरों में खरीदारी कर सकते हैं।
यूबीएस सिक्योरिटीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के रिसर्च हेड गौतम छौछारिया के मुताबिक सरकार के इस फैसले के बाद शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिल सकती है। लेकिन लंबी अवधि में यह फैसला अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक होगा।
आईआईएफएल के प्रमुख निर्मल जैन के मुताबिक कालेधन पर लगाम लगाने के लिए सरकार की ओर से लिया गया यह फैसला साहसिक है। बाजार हमेशा ऐसे सुधारों को सकारात्मक लेता है।
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