1 रन और बनाकर दुनिया के पांचवें बल्लेबाज बन जाते सहवाग
भारत के वीरेंद्र सहवाग 10 साल पहले सेंट लुसिया में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच में इतिहास रचने से मात्र 1 रन से चूके थे। सहवाग वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट के पहले दिन 10 जून 2006 को लंच के वक्त 99 रन बनाकर नाबाद रहे, यदि वे 1 रन और बना लेते तो टेस्ट के पहले दिन लंच के पहले शतक लगाने वाले दुनिया के पांचवें बल्लेबाज बन जाते।
वीरू ने तूफानी बल्लेबाजी कर अर्द्धशतक तो मात्र 33 गेंदों में पूरा कर लिया था। पहले दिन 24 ओवरों के बाद वे 93 रन बनाकर क्रीज पर थे। कोरी कॉलीमोर पहले सत्र का अंतिम ओवर डाल रहे थे और वीरू को इतिहास रचने के लिए सात रन और बनाने थे, लेकिन वे एक चौके की मदद से इसमें 6 रन ही बना पाए। वीरू 75 गेंदों में 15 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 99 रन बनाकर क्रीज पर थे। टीम इंडिया ने बिना कोई विकेट खोए 140 रन बनाए थे, लेकिन सहवाग इतिहास रचने का मौका चूक गए थे।
यदि सहवाग पहले सत्र में 1 रन और बनाकर शतक पूरा कर लेते तो वे टेस्ट के पहले दिन पहले सत्र में शतक लगाने वाले दुनिया के पांचवें बल्लेबाज बन जाते। वे इसी के साथ विक्टर ट्रंपर (ऑस्ट्रेलिया – 1902), चार्ल्स मैकार्टनी (हैडिंग्ले – 1926), डॉन ब्रैडमैन (हैडिंग्ले – 1930) और माजिद खान (कराची – 1976) के समूह में स्थान बना लेते। सहवाग तो उस दिन मात्र 1 रन से इस समूह में शामिल होने से चूके, लेकिन डेविड वॉर्नर ने 3 जनवरी 2016 को सिडनी टेस्ट में पाकिस्तान के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल कर ली।
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