12 साल की उम्र में विश्व चैंपियन बने टेनिस खिलाड़ी हरीमोतो तोमोकाजू की डिक्शनरी में नहीं है हारने का शब्द

दो साल पहले 12 साल की उम्र में अपने से छह साल बड़े खिलाड़ी को हराकर आईटीटीएफ वर्ल्ड टूर जापान ओपन का अंडर-21 वर्ग का खिताब जीतने वाले टेबल टेनिस खिलाड़ी हरीमोतो तोमोकाजू भारत में पहली बार हो रहे आईटीटीएफ वर्ल्ड टूर इंडिया ओपन में भाग लेने के लिए यहां आए हुए हैं।
वर्तमान में विश्व के 64वें नंबर के पैडलर 14 वर्षीय हरीमोतो दुनिया के सबसे चर्चित टेबल टेनिस खिलाड़ियों में से एक हैं। दुनिया का यह सबसे युवा विश्व चैंपियन 2015 में पोलिश ओपन के पहले राउंड में पहुंचते ही आईटीटीएफ वर्ल्ड टूर पुरुष एकल में खेलने वाला सबसे युवा खिलाड़ी बना था।
इस जापानी पैडलर ने अपनी इस यात्रा पर कहा कि सिर्फ कड़ी मेहनत आपको अच्छा खिलाड़ी बनाती है। मैं पूरी तरह अपने खेल को समर्पित हूं। मैं टेबल टेनिस से इतर सोच ही नहीं सकता हूं। हालांकि तोमाकाजू को यहां पांच गेम तक चले मुकाबले में अंडर-21 वर्ग में हांग कांग के सियू हेंग लाम से 2-3 से पराजय का सामना करना पड़ा। मैच के बाद वह काफी परेशान हो गए, जिस कारण कोच उनको शांत करते हुए नजर आए।
मैच के बाद इस जापानी पैडलर ने कहा कि मैं हर मैच, हर चैंपियनशिप जीतना चाहता हूं। हालांकि अभी मुख्य वर्ग में उनका मैच बाकी है। उन्होंने कहा कि मेरे कोच ने मुझे सिखाया है कि हर पदक आपके लिए है। हारने का शब्द मेरी डिक्शनरी में नहीं है। निश्चित तौर पर इसमें कोई शक नहीं है कि तोमोकाजू एक अलग तरह की प्रतिभा के मालिक हैं।
जापान ओलिंपिक समिति की एलीट अकादमी से वह निकले हैं। वह भले ही यह मैच हार गए हों, लेकिन जिस तरह वह खेलते हैं, जिस तरह से उन्होंने इतनी छोटी सी उम्र में अपने प्रशंसकों की संख्या बढ़ाई है वह काबिल-ए-तारीफ है।
उन्होंने कहा कि 2020 में ओलिंपिक मेरे शहर टोक्यो में हो रहा है। मैं इस अवसर को भुनाऊंगा। मैं पोडियम में चढ़कर अपने गले में सोने का पदक डालना चाहता हूं।

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