पाकिस्तान खेल के मैदान में दुनिया भर में अलग-थलग पड़ा
आतंकवाद से जूझ रहा पाकिस्तान खेल के मैदान में भी दुनिया भर में अलग-थलग पड़ा है। अब पाकिस्तान के पड़ोसी देश बांग्लादेश ने पाकिस्तान की ओर से दिए गए 2 टी20 मैच खेलने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
दोनों देशों के बीच यह सीरीज इसी साल जुलाई से पहले खेली जानी थी। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) की मीडिया और संचार समिति के चेयरमैन जलाल यूनिस ने शुक्रवार को ढाका ट्रिब्यून को यह बात बताई।
पाकिस्तानी समाचार वेबसाइट डॉन के मुताबिक यूनिस ने कहा, ‘हमने लाहौर में हुए पीएसएल टी20 के फाइनल मैच का दौरा किया था। इस संबंध में सुरक्षा रिपोर्ट संतोषजनक नहीं थी। इस कारण हमें कदम पीछे खींचने पड़े। आइसीसी की टीम ने भी पाकिस्तान का दौरा किया और वहां उन्हें भी वहां कोई प्रगति देखने को नहीं मिली।’
आपको बता दें कि 2009 में श्रींलका की टीम पर हुए आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान में केवल जिंबाब्वे की टीम ही आई है। 2015 में हुए इस दौरे में जिंबाब्वे ने तीन वनडे और दो टी20 मैच खेले थे। इस आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने चार देशों से अपने यहां मैच खेलने की अपील की, लेकिन श्रीलंका, बांग्लादेश, वेस्टइंडीज और आयरलैंड की टीमों ने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया।
पाकिस्तान की टीम को इसी साल जुलाई में बांग्लादेश का दौरा करना है। पाकिस्तान ने उम्मीद की थी कि वह इससे पहले बांग्लादेश को अपने यहां खेलने के लिए मना लेगा। हालांकि, उसका सोचना सही नहीं था। बांग्लादेश ने किसी तीसरे देश में सीरीज खेलने का प्रस्ताव दिया है। हालांकि, पीसीबी को इससे कोई वित्तीय फायदा नहीं मिलता है। अब पाकिस्तान ने मांग की है कि बांग्लादेश अपने यहां होने वाली सीरीज से मिलने वाला फायदे में उसे भी हिस्सेदार बनाए, क्योंकि बांग्लादेश पिछले छह सालों से उसके यहां सीरीज खेलने के प्रस्ताव को ठुकरा रहा है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी के प्रयास हेतु पीसीबी ने बांग्लादेश को तीन सप्ताह पहले लाहौर में संपन्न हुए पीएसएल के बाद दो टी20 मैचों की सीरीज खेलने का प्रस्ताव भेजा था।
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