अनिल कुमार और ज्योति ने कांस्य पदक जीते

अनिल कुमार और ज्योति ने गुरुवार को एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के दूसरे दिन अपने-अपने वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीते।
अनिल ने उज्बेकिस्तान के मुहम्मदअली शंसिद्दिनोव को ग्रीको-रोमन के 85 किग्रा वर्ग के कड़े मुकाबले में 7-6 से मात दी। जबकि ज्योति ने 75 किग्रा वर्ग में भारत को कांस्य पदक दिलाया और उनके रैपचेज दौर में कोई प्रतिद्वंद्वी नहीं होने के कारण वे विजेता बनीं।
इसी के साथ भारत की इस प्रतियोगिता में पदकों की संख्या तीन हो गई है और यह तीनों पदक कांस्य हैं। पहले दिन बुधवार को हरप्रीत सिंह ने ग्रीको रोमन 80 किग्रा वर्ग में कांस्य जीता था।
दूसरे दिन अनिल को क्वार्टर फाइनल मुकाबले में जापानी पहलवान अत्सुशी मात्सुमोटो के हाथों 0-7 से शिकस्त खानी पड़ी थी। हालांकि जापानी पहलवान के भी स्वर्ण पदक दौर में पहुंचने के साथ ही अनिल कांस्य पदक दौर में पहुंच गए थे। जबकि ज्योति ने अपने क्वालीफिकेशन राउंड में अच्छा प्रदर्शन करते हुए कोरिया की सोयेओ जेओंग को 5-1 से मात दी थी, लेकिन उन्हें सेमीफाइनल मुकाबले में जापान की मासाको फुरुइची के हाथों 0-10 से हार का मुंह देखना पड़ा।
हालांकि रितु के लिए कांस्य पदक प्ले ऑफ मैच निराशाजनक रहा। महिलाओं के 63 किग्रा में उनके और कोरिया की जिनयोंग हैंग के खिलाफ मुकाबला 1-1 से बराबर था। रितु ने पहले अंक हासिल किया, लेकिन उनकी प्रतिद्वंद्वी ने बाद में अंक लिया इसलिए उन्हें विजेता घोषित कर दिया गया। रितु ने ताइपे की मिन वेन होउ को रोमांचक मुकाबले में 5-4 से मात देकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन बाद में मंगोलिया की बाटसेटसेग सोरोंजोबोल्ड ने रितु को सेमीफाइनल भिड़ंत में 12-2 से परास्त कर दिया था। सोरोंजोबोल्ड के स्वर्ण पदक राउंड खेलने के कारण रितु को कांस्य पदक मुकाबला खेलने का मौका मिला।
ग्रीको-रोमन के 71 किग्रा में दीपक कजाकिस्तान के नुर्गाजी आसांगुलोव से कांस्य पदक मुकाबला 1-8 हार गए। दीपक ईरान के अफशिन नेमेट के हाथों क्वार्टर फाइनल मुकाबला 1-3 से हार गए थे, लेकिन ईरानी पहलवान के स्वर्ण पदक दौर में पहुंचने के साथ दीपक को कांस्य पदक प्ले ऑफ में मौका प्राप्त हुआ था।
इसके अलावा भारतीय पहलवान ज्ञानेंद्र (59 किग्रा) क्वालीफिकेशन राउंड में ही अपना मुकाबला हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए। उन्हें कजाकिस्तान के कैली सुलेमानोव से 1-5 से शिकस्त खानी पड़ी।

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