Tag Archives: #DICCImadhyapradesh

सरदार पटेल ने अंग्रेजों द्वारा विभक्त भारत को अखण्ड बनाया: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

सरदार पटेल के किसान कल्याण की भावना का ही मूर्त रूप है अमूल दुग्ध संघ
दुग्ध उत्पादक किसानों को दुग्ध सहकारी समितियों के माध्यम से मिलेगा बोनस

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने अंगेजों द्वारा विभक्त भारत को अखण्ड बनाया। देश को आजाद करते समय अंग्रेजों ने इसे खण्ड-खण्ड करने का प्रयास किया। इस प्रयास को विफल करके सरदार पटेल ने अखण्ड भारत का निर्माण किया। रियासतों का एकीकरण सरदार पटेल की प्रतिभा, साहस और कौशल का बहुत बड़ा उदाहरण है। सरदार पटेल ने ही सोमनाथ मंदिर और द्वारिकाधीश मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया। उन्होंने अपने कार्यों से देश की सनातनी परंपरा को भी गौरवान्वित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सतना में सरदार वल्लभ भाई पटेल ट्रस्ट द्वारा आयोजित भव्य समारोह में देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर संबोधित कर रहे थे।

जनजाति समाज के क्रांतिकारियों का देश के अस्तित्व की रक्षा में अहम योगदान: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

समाज के विकास के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी
जनजाति समाज की गतिविधियों के लिए जमीन और धर्मशाला के लिए पाँच करोड़ रुपये की घोषणा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जनजाति समाज के क्रांतिकारियों का देश के अस्तित्व की रक्षा में अहम योगदान रहा है। समाज के क्रांतिकारियों और महापुरूषों के व्यक्तित्व और कृतित्व को समाज में स्थापित किया जा रहा है। क्रांतिकारी टंट्या मामा की स्मृति में इंदौर संभाग में विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। जनजाति समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है इसके विकास के लिए कोई भी कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इंदौर में जनजाति समाज की गतिविधियों के लिए जमीन उपलब्ध कराने और निर्मित की जा रही धर्मशाला के लिए 5 करोड़ रुपए दिये जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को इंदौर में आयोजित भिलाला समाज समागम एवं युवक-युवती परिचय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

सतना में बनेगा स्पोर्ट्स कॉलेज और सिंथेटिक ट्रैक : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

स्पोर्ट्स कॉलेज के लिए 15 करोड़ और सिंथेटिक ट्रैक के लिए 7 करोड़ स्वीकृत
प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रेरणा और प्रोत्साहन से भारतवासी सभी क्षेत्रों में कर रहे हैं उपलब्धियां अर्जित
अनुशासन-आत्मविश्वास-बौद्धिक-प्रखरता-निडरता व एकाग्रता विकसित करने में सहायक हैं खेल
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 35वें अखिल भारतीय खेलकूद (एथलेटिक्स) समारोह 2024 के समापन कार्यक्रम को किया संबोधित

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि खेल से व्यक्तित्व में अनुशासन, आत्म-विश्वास, बौद्धिक, प्रखरता, निडरता और एकाग्रता विकसित होती है। मध्यप्रदेश ने खेलो इंडिया यूथ गेम में देश में चतुर्थ स्थान प्राप्त किया, शूटिंग में प्रदेश ने 15 मेडल अर्जित किए, ओलंपिक में शामिल हुई भारत की हॉकी टीम में प्रदेश के खिलाड़ी ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रदेश में 18 खेलों की 11 राज्य अकादमियों का संचालन हो रहा है। यह प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सतना में स्पोर्ट्स कॉलेज के लिए 15 करोड़ रुपए स्वीकृत करने की घोषणा की तथा सिंथेटिक ट्रैक निर्माण के लिए 7 करोड़ रुपए भी स्वीकृत किए। साथ ही बाउंड्री वॉल और अन्य निर्माण कार्यों के संबंध में जिला कलेक्टर को निर्देश प्रदान किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सतना में अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित 35 वें अखिल भारतीय खेलकूद (एथलेटिक्स) समारोह 2024 के समापन अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भगवान श्री महामृत्युंजय की पूजा-अर्चना की प्रदेशवासियों के कल्याण की मंगल कामना की

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रीवा में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में शामिल होने के पहले किला परिसर स्थित भगवान महामृत्युंजय के मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना और आरती की। मुख्यमंत्री ने भगवान महामृत्युंजय से प्रदेशवासियों के कल्याण और प्रदेश के विकास की मंगल कामना की।

बघेली लोक संस्कृति एवं परंपरागत नृत्यों से हुआ स्वागत

रीवा में कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम रीवा में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. यादव का बघेलखण्ड के लोक कलाकारों द्वारा बघेली संस्कृति एवं परंपरा के अनुरूप आत्मीय स्वागत किया गया। स्वागत का आकर्षण गुदुम नृत्य रहा। कार्यक्रम में प्रस्तुत लोक संगीत की गूंज से परिसर मंत्र-मुग्ध हो गया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की मौजूदगी में एम.पी. टूरिज्म बोर्ड और एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना के बीच हुआ एमओयू

फेन सेन्चूरी, मण्डला में स्थित इकाई का स्वीकृति पत्र जारी
एमपी टूरिज्म न्यूजलेटर ऑफबीट मध्यप्रदेश’ का हुआ विमोचन

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रीवा में रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के न्यूजलेटर ‘ऑफबीट मध्यप्रदेश’ का विमोचन किया। इस न्यूजलेटर का उद्देश्य राज्य के पर्यटन स्थलों की व्यापक जानकारी प्रदान करना और राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देना है। प्रत्येक 3 माह में प्रकाशित होने वाले इस न्यूज लेटर में मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, प्राकृतिक, और धार्मिक स्थलों के बारे में जानकारी दी जाएगी। मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थल, नीतियों, आयोजन और सम-सामयिक गतिविधियों के प्रचार प्रसार के लिए प्रकाशन किया जा रहा है। पर्यटन क्षेत्र के देश और विदेश के हितधारक, मीडिया और जनसामान्य को मध्यप्रदेश पर्यटन की उपलब्धियों और नवाचार की जानकारी मिल सकेगी। इस न्यूज लेटर को मध्यप्रदेश पर्यटन की वेबसाइट पर भी अपलोड किया जाएगा।

उपलब्ध संसाधनों को अपनी क्षमता और योग्यता से हीरे की तरह तराशेंगे : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

प्रदेश के विकास के लिये अपने “ईगो” को त्याग कर टीम भावना से कार्य करना जरूरी
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव प्रदेश के विकास का यज्ञ है
31 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव हुए प्राप्त, 28 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
2680 करोड़ रूपये की 21 इकाईयों का किया लोकार्पण एवं भूमि-पूजन
बड़े उद्योगों के लिए राज्य सरकार उद्योग पॉलिसी में भी करेगी बदलाव
सरकार प्रत्येक व्यक्ति के रोजगार के लिये है प्रतिबद्ध और संकल्पित
उद्योगों के प्रोत्साहन के लिए अपार संभावनाएं विद्यमान
एयरपोर्ट के बाद अब रीवा क्षेत्र से एक्सपोर्ट के लिए कटनी और सिंगरौली में बनेंगे कंटेनर डिपो
मऊगंज और मैहर में एमएसएमई का नया इंडस्ट्रियल एरिया करेंगे विकसित
संजय-दुबरी राष्ट्रीय उद्यान में उपलब्ध होंगी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की टूरिज्म सुविधाएं
विंध्य क्षेत्र की पर्यटन परियोजनाओं में निवेश के लिए करेंगे विशेष प्रावधान
प्रदेशवासियों के जीवन स्तर में सुधार के लिए औद्योगिक गतिविधियों कर रहे है प्रोत्साहित
मुख्यमंत्री ने रीवा में “वाइब्रेंट विंध्य” रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को किया संबोधित

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि की श्रृंखलाबद्ध आयोजित की जा रही रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव प्रदेश के विकास का यज्ञ है। इसमें शामिल हो रहे उद्योगपतियों और निवेशकों के सहयोग से उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग कर प्रदेश को हीरे की तरह तराशेंगे। मध्यप्रदेश में सभी क्षेत्रों में विकास की अपार संभावनाओं के दृष्टिगत नये उद्योगों की स्थापना के साथ प्रत्येक व्यक्ति को रोजगार उपलब्ध कराना हमारी प्रतिबद्धता भी है और घोषित संकल्प भी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी सरकार की काम करने की गति ऐसी है कि एक बैठक में उद्योगपति से मुलाकात होती है और अगली बैठक में इकाई का भूमि-पूजन हो जाता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को रीवा में “वाइब्रेंट विध्य” रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों से की रीवा आरआईसी में वन-टू-वन चर्चा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रीवा इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (आरआईसी) में उद्योग जगत के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन बैठक कर प्रदेश में औद्योगिक विकास और निवेश के नए अवसरों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि आरआईसी से रीवा प्रदेश का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र बनकर उभरेगा, जहाँ राज्य सरकार उद्योगपतियों को हर संभव सहयोग प्रदान करेगी। सरकार ने निवेश के लिए उद्योग-अनुकूल नीतियों को मजबूत किया है, जिससे प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को तेज़ी से बढ़ावा मिलेगा। उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, एमएसएमई मंत्री श्री चैतन्य काश्यप, मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन एवं प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह उपस्थित रहे।

डालमिया सीमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ श्री पुनीत डालमिया ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को प्रदेश में सीमेंट प्लांट एवं नवीन माइनिंग परियोजना स्थापित करने की जानकारी दी। उन्होंने ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने एवं अपशिष्ट प्रबंधन की दिशा में अपनी कार्य योजना बताई।

सिद्धार्थ इंफ्राटेक (ग्रीनको) के निदेशक श्री मधुसूदन कोंडा ने प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में अपार संभावना बताते हुए रीवा एवं पन्ना जिले में पंप्ड हाइड्रो स्टोरेज प्लांट स्थापित करने की परियोजना से अवगत कराया। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने श्री कोंडा द्वारा निवेश के इस प्रोजक्ट की सराहना की।

सरकारी सेवा की अधिकारिता मानव धर्म के पालन का सुअवसर-राज्यपाल श्री पटेल

राज्यपाल से राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन का प्रतिनिधि मंडल मिला

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल से राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के अन्तर्गत राष्ट्रीय ट्रेनिंग प्रोग्राम के प्रतिनिधियों ने राजभवन में भेंट की। प्रतिनिधि मंडल में राष्ट्रीय सिकल सेल मिशन के तहत दो दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम के प्रतिभागी शामिल थे। प्रतिभागियों में राज्यों के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, वरिष्ठ प्रबंधक और सिकल सेल रोग विशेषज्ञ शामिल थे। प्रतिनिधि मंडल में महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, केरल, कर्नाटक, ओडिशा, राजस्थान, तेलंगाना, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश और तमिलनाडू राज्यों के प्रतिनिधि शामिल थे। इस अवसर पर राज्यपाल के प्रमुख सचिव मुकेश चन्द गुप्ता भी मौजूद थे।

हिम्मत और पराक्रम से भरें हैं, मध्यप्रदेश पुलिस के सशक्त कदम हर मुसीबत से बड़े हैं : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

देशभक्ति और जनसेवा के ध्येय वाक्य के साथ दिन-रात जनता की सेवा में तत्पर है पुलिस
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने उज्जैन पुलिस स्मृति दिवस पर वीर शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित कर किया नमन

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन उज्जैन में कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को देश की आन्तरिक सुरक्षा, एकता, अखण्डता के लिये अपने प्राणों की आहुति देकर कर्त्तव्य-परायणता का अनूठा उदाहरण देने वाले शहीद पुलिसकर्मियों की स्मृति में पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। पुलिस देशभक्ति और जनसेवा के ध्येय वाक्य के साथ दिन-रात जनता की सेवा में तत्पर रहते हुए अपने प्राणों का उत्सर्ग कर देती है। ऐसे सभी बलिदानी पुलिसकर्मियों को मैं सैल्यूट करता हूं। पुलिसकर्मी देश की सेवाओं के संचालन में मदद करते हैं और देश की आन्तरिक सुरक्षा में सर्वोच्च योगदान देते हैं। कार्यक्रम में सांसद श्री अनिल फिरोजिया, विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, श्री सतीश मालवीय, महापौर उज्जैन श्री मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति उज्जैन श्रीमती कलावती यादव सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

हरिद्वार की तर्ज पर उज्जैन में भी स्थायी आश्रम बन सकेंगे: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

उज्जैन के नैसर्गिक धार्मिक स्वरूप को ध्यान में रखते हुए स्थायी रूप से करेंगे अधोसंरचनात्मक विकास
समग्र विकास से सभी की खुशहाली के द्वार खुलेंगे
सिहंस्थ-2028 के संबंध में मुख्यमंत्री ने उज्जैन में किया पत्रकारों के साथ संवाद

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि उज्जैन की पहचान साधु-संतों से है। उज्जैन में हरिद्वार के तर्ज पर साधु-संतों, महंत, अखाड़ा प्रमुखों और महामंडलेश्वर आदि को स्थायी आश्रम बनाने की अनुमति दी जाएगी। प्रत्येक 12 वर्षों में एक बार होने वाला सिहंस्थ का आयोजन वर्ष 2028 में किया जाएगा। साधु-संतों को उज्जैन में आने, ठहरने, कथा, भागवत इत्यादि अन्य आयोजन के लिए पर्याप्त रूप से भूमि-भूखंड की आवश्यकता पड़ती है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा साधु-संतों के हित को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए स्थायी आश्रम बनाए जाने की योजना बनाई गई हैं। निजी होटल्स में साधु-संतों और श्रद्धालुओं को इस प्रकार के आयोजनों के लिए चुनौतियां आती हैं।