प्रदेश के नगरीय निकायों में गीता भवन बनाए जाएंगे : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मध्यप्रदेश, गीता जयंती पर गीता पाठ का बनाएगा विश्व रिकार्ड
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के आयोजन में मध्यप्रदेश सहभागी बनने को इच्छुक
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने संत समाज को सिंहस्थ: 2028 के लिए किया आमंत्रित
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कुरूक्षेत्र के अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में संत सम्मेलन को किया संबोधित
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश के नगरीय निकायों में अगले तीन साल में गीता भवन बन कर तैयार हो जाएंगे। राज्य सरकार द्वारा सम्पूर्ण प्रदेश में गीता जयंती महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। भगवान श्री कृष्ण के मुखारविंद से निकली श्रीमद्भगवद् गीता से कर्मवाद की शिक्षा प्राप्त होती है। केवल भारत ही नहीं सम्पूर्ण विश्व में लोग गीता की शिक्षाओं का अनुसरण कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में श्री कृष्ण पाथेय का निर्माण किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत प्रदेश में विद्यमान भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित सभी स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा। मध्यप्रदेश में गीता जी को पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि 11 दिसम्बर को गीता जयंती के अवसर पर मध्यप्रदेश सरकार द्वारा भोपाल और उज्जैन में 5 हजार से अधिक भगवत भक्तों के माध्यम से गीता पाठ का विश्व रिकार्ड बनाया जाएगा। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के आयोजकों से गीता पाठ से वर्चुअली जुड़ने का आव्हान किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अगले वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के आयोजन में मध्यदेश को सहभागी बनाने का आग्रह भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव कुरूक्षेत्र (हरियाणा) में जारी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अंतर्गत संत सम्मेलन में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम में पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया, स्वामी अवधेशानंद, स्वामी रामदेव, स्वामी ज्ञानानन्द और विश्व हिन्दू परिषद के श्री चम्पत राय के साथ भोज में शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के आयोजन के लिए बधाई और शुभकामनाएं दीं।
पात्र-हितग्राहियों को शिविर में ही किया जायेगा लाभान्वित : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
प्रत्येक शिविर के लिए प्रभारी और सहयोगी दल होगा गठित
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी कलेक्टर्स को दिये निर्देश
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि 11 दिसम्बर से प्रारंभ हो रहे “मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान” में केन्द्र और राज्य सरकार की हितग्राही मूलक और लक्ष्य आधारित 45 योजनाओं का मैदानी स्तर पर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जायेगा। इन योजनाओं के लाभ से वंचित रहे पात्र हितग्राहियों का चिन्हांकन कर उन्हें हितलाभ दिया जायेगा। इसके लिए प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों और नगरीय निकाय के सभी वार्डों में शिविर लगाये जायेंगे। चयनित पात्र हितग्राहियों को शिविर में ही हितलाभ वितरण किया जायेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिये हैं कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले शिविर के लिए शिविर प्रभारी और सहयोगी दल का गठन करें। शिविरों की आयोजन तिथि, स्थान और समय निर्धारण कर उसका प्रचार-प्रसार भी किया जाये, जिससे अधिक से अधिक पात्र हितग्राहियों को योजनाओं से लाभान्वित किया जा सके। ग्रामीण क्षेत्र के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और शहरी क्षेत्र के लिए आयुक्त नगर निगम/मुख्य नगर पालिका अधिकारी नोडल अधिकारी होंगे। शिविरों के आयोजनों की कार्य योजना जिले के प्रभारी मंत्री के मार्गदर्शन में तैयार की जाकर कलेक्टर द्वारा निर्धारित रोस्टर अनुसार क्रियान्वित की जायेगी।
प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में हो रहा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. वाजपेई का सपना साकार :मुख्यमंत्री डॉ. यादव
प्रदेश को नदी जोड़ों परियोजना में केन्द्र से मिली 2 बड़ी सौगात
मध्यप्रदेश में 11 दिसम्बर से मनाया जाएगा “जन कल्याण पर्व” और “मुख्यमंत्री जन-कल्याण अभियान”
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नई दिल्ली में मीडिया प्रतिनिधियों को दी जानकारी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मध्यप्रदेश को नदी जोड़ो अभियान अंतर्गत 2 बड़ी परियोजनाएं दी है। इसमें बुंदेलखण्ड क्षेत्र की केन-बेतवा वृहद परियोजना और पार्वती- कालीसिंध-चंबल परियोजना है। इन दोनों परियोजनाओं से मध्यप्रदेश के साथ उत्तरप्रदेश और राजस्थान भी लाभान्वित होंगे। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही केन-बेतवा परियोजना का भूमि-पूजन प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा किया जायेगा। केन-बेतवा परियोजना से मध्यप्रदेश के बुंदेलखण्ड क्षेत्र में वृहद स्तर पर सिंचाई होगी। साथ ही पेयजल भी उपलब्ध होगा। इससे पूरे क्षेत्र में समृद्धि आयेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गत् दो दशकों से लंबित पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना का हल निकालकर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश के 10 और राजस्थान के 13 जिलों को अनूठी सौगात दी है। साथ ही भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की नदी जोड़ो परियोजना के स्वप्न को साकार किया है।
महिलाएँ भारतीय ज्ञान परम्परा की संरक्षिका और प्रवाहिका : मंत्री सुश्री भूरिया
मैनिट में आयोजित तीन दिवसीय स्त्री 2024 का हुआ समापन
महिला बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने कहा कि महिलाएँ भारतीय ज्ञान परम्परा की संरक्षिका और प्रवाहिका हैं। उन्होंने कहा किआदिकाल से माँ सरस्वती को ज्ञान एवं विद्या की देवी माना गया और दुर्गा को शक्ति का प्रतीक, इससे स्पष्ट है कि भारतीय संस्कृति में महिलाओं के योगदान को आदिकाल से महत्व दिया गया है। भारतीय संस्कृति की इस परम्परा का निर्वहन आज तक जारी है। मंत्री सुश्री भूरिया ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत विकास के एक नये आयाम स्थापित कर रहा है और इसमें महिलाओं का योगदान अग्रणी है। आज जब भारत आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है, तब इस लक्ष्य को तेज गति से हासिल करने के लिये महिलाओं का सशक्तिकरण, अनुसंधान, और उद्यमिता पर ध्यान दिया जा रहा है। इससे महिलाओं की भागीदारी न केवल समाज को सशक्त बनाती है, बल्कि देश को आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान देती है। मंत्री सुश्री भूरिया रविवार को मैनिट में आयोजित ‘स्त्री 2024’ के तीन दिवसीय कार्यक्रम के समापन को संबोधित कर रही थी।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने विभिन्न निर्माण कार्यों की समीक्षा की
उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने रीवा कलेक्ट्रेट के बाणसागर सभागार में सिलपरा – बेला रिंग रोड के अद्यतन कार्य की जानकारी ली और कार्य को अधिक गति देने के निर्देश दिये। उन्होंने रिंग रोड में आरओबी तथा पुल निर्माण कार्य को गुणवत्ता के साथ समय सीमा में पूर्ण करते हुए सड़क कार्य को अक्टूबर 2025 तक पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने ढेकहा तिराहे से करहिया मंडी तक के सड़क निर्माण कार्य की बाधाओं को दूर करते हुए कार्य को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिये।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने बसामन मामा गौवंश वन्य विहार में ठण्ड से बचाव के लिये गौवंश के लिये बनाये जा रहे शेड निर्माण कार्य को आगामी दस दिवस में पूर्ण करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर उन्होंने हिनौती गौधाम में अधोसंरचना विकास के कार्यों की जानकारी प्राप्त की। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीता कोल, कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल, समाजसेवी राजेश पाण्डेय सहित निर्माण विभाग के अधिकारी, जिला पंचायत के संजय सिंह उपस्थित रहे।
लोक गायिकी के रंग, जनजातीय नृत्य गुन्नूरसाई एवं बधाई लोकनृत्य की प्रस्तुति
जनजातीय संग्रहालय में हुई “संभावना” गतिविधियां
जनजातीय संग्रहालय में वीक एंड पर नृत्य, गायन एवं वादन पर केंद्रित “संभावना” नाम से कला गतिविधियों के तहत 8 दिसंबर को ‘लोककंठ : मध्यप्रदेश की लोकगायिकी के रंग’ के अंतर्गत सुश्री संदीपा पारे, सुश्री आरती शाक्य, सुश्री चित्रांशी उखले, श्री ऋषि विश्वकर्मा, सुश्री शांभवी एवं श्री विजय गांगुलिया एवं अन्य कलाकारों द्वारा निमाड़ी, मालवी, बुंदेली और बुंदेली में लोक परंपराओं के गीतों की प्रस्तुति दी गई।
श्री संदीप उइके एवं साथी (सिवनी) द्वारा गोण्ड जनजातीय नृत्य गुन्नूरसाई की प्रस्तुति दी गई। विवाह के अवसर पर किया जाने वाला यह समूह नृत्य गोण्ड जनजातीय का प्रिय नृत्य है। इसमें पुरुष नर्तकों और वादकों का समूह भाग लेता है। नृत्य में ढोल, टिमकी और झाँझ मुख्य वाद्य यन्त्र होते हैं, टिमकी की संख्या ढोल से दोगुनी होती है। ढोल, टिमकी और झाँझ की समवेत ध्वनि दूर गरजने वाले बादलों की गंभीर घोष की तरह सुनाई देती है। थोड़े-थोड़े विश्राम के साथ यह नृत्य रात भर चलता है।
मुख्यमंत्री ने बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाकर शुरू किया अभियान
38 लाख बच्चों को पिलाई जाएगी पल्स पोलियो की दवा
दो बूंद हर बार, पोलियों पर जीत बरकरार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पल्स पोलियो के प्रति जागरूकता ही बचाव का पहला कदम है। भारत पोलियो मुक्त देशों में से एक है परन्तु पोलियो मुक्त बने रहने के लिए पोलियो की दो बूंद का उपयोग अवश्य करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में पल्स पोलियो के राज्य स्तरीय अभियान का शुभारंभ अवसर पर संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चें जुड़वा बहनें अर्निका और अनाया राय, कनिष्का, नियति, अर्थ और समर्थ को दवा पिलाई। इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री श्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य श्री संदीप यादव, डब्ल्यू.एच.ओ. के प्रतिनिधि सहित गणमान्य उपस्थित थे।
प्रदेश में 11 दिसम्बर से शुरू होगा जन-कल्याण अभियान और जन-कल्याण पर्व : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
युवा, नारी, किसान और गरीब कल्याण को समर्पित होगा जन-कल्याण अभियान
योजनाओं में वंचित पात्र हितग्राहियों का घर-घर सर्वे कर होगा चिन्हांकन
जन-कल्याण अभियान की सीएम हेल्पलाइन डेशबोर्ड पर होगी मॉनीटरिंग
मुख्यमंत्री ने की जन-कल्याण अभियान और पर्व की तैयारियों की समीक्षा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि युवा, नारी, किसान और गरीब के कल्याण एवं विकास के लिये प्रदेश में 11 दिसम्बर से 26 जनवरी, 2025 तक मुख्यमंत्री जन-कल्याण अभियान चलाया जायेगा। इसमें केन्द्र और राज्य सरकार की शत-प्रतिशत सैचुरेशन की चिन्हित हितग्राही मूलक योजनाओं और लक्ष्य प्रदान की गयी योजनाओं के हितग्राहियों को लाभान्वित किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि 11 दिसम्बर से 26 दिसम्बर तक प्रदेश में जन-कल्याण पर्व भी मनाया जायेगा, इसके अंतर्गत विभिन्न विभागों की गतिविधियों और विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी होगा। साथ ही राज्य शासन की एक वर्ष की उपलब्धियों को प्रदर्शित भी किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में मुख्यमंत्री जन-कल्याण अभियान और जन-कल्याण पर्व में होने वाली गतिविधियों की कार्य-योजना पर चर्चा कर रहे थे।
हमारे लिए अच्छी संस्कृति, जीवन मूल्य और परंपराएं सर्वोपरि : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
पंडित बालकृष्ण शर्मा नवीन एक आदर्श साहित्यकार, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और राजनेता थे
पूरे प्रदेश में बनाई जा रही हैं गौशालाएं
“मालव देश गहन गंभीर, डगडग रोटी, पग पग नीर” उक्ति फिर होगी चरितार्थ
मुख्यमंत्री ने शाजापुर में लगभग 50 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण का जीवन चरित्र गीता में समाहित है और गीता सदैव हमारी प्रेरणा रही है, यही कारण है कि आज दुनिया की लाखों सभ्यताएं नष्ट भ्रष्ट हो गई परंतु हमारी हस्ती आज भी कायम है। हमने हमेशा आध्यात्म को सर माथे रखा। हमारे लिए अच्छी संस्कृति, जीवन मूल्य और परंपराएं सर्वोपरि हैं। प्रदेश में जिन स्थानों पर भगवान श्रीकृष्ण के चरण पड़े उन्हें मथुरा, वृंदावन की तरह ही विकसित किया जाएगा। प्रदेश भर में आज से 12 तारीख तक गीता उत्सव मनाया जा रहा है, जिसमें गीता के माहात्म्य और शिक्षाओं को घर-घर पहुंचाया जाएगा। गीता, गंगा और गौ माता हमारी भाग्य विधाता है।
रक्तदान मानवता की सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण : उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल
रक्तदाताओं का किया सम्मान
उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि रक्तदान मानवता की सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण है। रक्तदान कर हम जिन्दगी बचा सकते हैं। जब हमारे रक्त से किसी का जीवन बचता है तो हमें जो सुकून व संतुष्टि मिलती है वह अकल्पनीय है। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने रीवा में आयोजित वृहद रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं का उत्साह बढ़ाया तथा रक्तदान करने वाले रक्तवीरों का सम्मान किया।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि रक्तदान के समय हमें यह अनुभूति होती है कि हम स्वयं अपने लिये नहीं वरन अन्य के लिये भी जी रहे हैं। मनुष्य को रक्तदान अवश्य करना चाहिए क्योंकि रक्त किसी फैक्ट्री में नहीं बनता वह मनुष्य के शरीर में ही बनता है और रक्तदान कर किसी का जीवन बचाया जा सकता है। रक्तदान शिविर में 385 रक्तदाताओं ने पंजीयन कराया तथा 351 यूनिट रक्त का संग्रहण हुआ।