डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने शुरू की गई ‘लकी ग्राहक योजना’ में विजेता को एक करोड़ की ईनामी राशि

नोटबंदी के बाद डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई ‘लकी ग्राहक योजना’ में विजेता रहे खाता धारकों के नाम भले ही अभी सामने नहीं आए हों लेकिन जानना मजेदार है कि विजेता को एक करोड़ की ईनामी राशि महज 1590 के ट्रांजेक्शन पर हासिल हो गई। रविवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में हुए मेगा ड्रॉ में उस लकी ट्रांजेक्शन का चयन किया जिसे करने वाले व्यक्ति को यह विशाल पुरस्कार राशि मिलेगी।
जीतने वाले के नाम की घोषणा 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर नागपुर में होगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मौके पर विजेताओं को सम्मानित करेंगे। बता दें कि नीति आयोग ने 25 दिसंबर 2016 को ‘लकी ग्राहक योजना’ और ‘डिजिधन व्यापारी योजना’ शुरू की थीं। इन योजनाओं के तहत भीम ऐप, ‘रुपे’ कार्ड या यूपीआइ से 1000 रुपये से कम का लेन-देन करने वालों में से 16 लाख से अधिक लकी ग्राहकों और व्यापारियों को दैनिक, साप्ताहिक और मासिक ड्रॉ के जरिये अब तक 256 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि वितरित की जा चुकी है। रविवार को इस योजना का 100वां ड्रा राष्ट्रपति भवन में हुआ।
इस मेगा ड्रॉ में राष्ट्रपति ने जिन तीन लकी ग्राहकों का चयन किया उनमें सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के प्रथम विजेता के अलावा द्वितीय विजेता बैंक ऑफ बड़ौदा का ग्राहक है जिसे 50 लाख रुपये की राशि मिलेगी, जबकि तीसरा विजेता पंजाब नेशनल बैंक का है जिसे 25 लाख रुपये की पुरस्कार राशि मिलेगी।
इसी तरह डिजिधन व्यापारी योजना के तहत जिन तीन लकी व्यापारियों का चयन किया गया है उसमें पहला पुरस्कार आइसीआइसीआइ के खाताधारक को मिलेगा जिसे 50 लाख रुपये पुरस्कार राशि मिलेगी। दूसरा पुरस्कार पीएनबी के खाताधारक व्यापारी को मिलेगी और उसे 25 लाख रुपये पुरस्कार राशि मिलेगी, जबकि तीसरा पुरस्कार करूर वैश्य बैंक के ग्राहक को मिलेगा और उसे 12 लाख रुपये की राशि मिलेगी।
इस मौके पर डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों को साहसिक करार देते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश के सभी नागरिकों से भारत को लैस कैश बनाने के मिशन में सतत सहयोग करने का आग्रह किया। मुखर्जी ने कहा कि भारत को लैस कैश समाज बनने के लिए अभी लंबा सफर तय करना है। फिलहाल व्यक्तिगत उपभोग के 95 प्रतिशत और कुल ट्रांजेक्शन में से 86 प्रतिशत कैश में होते हैं। सरकार ने अच्छी शुरुआत की है और इसे आगे बढ़ाए जाने की जरूरत है।
‘आधार’ कार्ड की शुरुआत ऐतिहासिक : ‘आधार’ कार्ड की शुरुआत को ऐतिहासिक बताते हुए मुखर्जी ने कहा कि भारत डिजिटल क्रांति में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने कहा कि एक अरब से अधिक भारतीयों के पास आधार नंबर है। भारत के विकास की गाथा में आधार एक ऐतिहासिक घटना है। आधार के जरिये पेमेंट प्रणाली से ऐसे लोग भी लेन-देन कर सकते हैं जिनके पास फोन भी नहीं है।

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