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नई पॉलिसी पर वाहनों से किलोमीटर के हिसाब से टोल टैक्स वसूला जाएगा

मोदी सरकार एक नई पॉलिसी पर काम कर रही है, जिसके तहत वाहनों से किलोमीटर के हिसाब से टोल टैक्स वसूला जाएगा। यानी उस टोल रोड़ पर वाहन जितने किमी चला है, यात्री को उतनी ही दूरी का टैक्स देना होगा।
मौजूदा व्यवस्था में वाहनों से पूरे टोल रोड का टैक्स वसूला जाता है। अलग-अलग श्रेणियों के वाहनों के लिए रकम पूर्व निर्धारित है। इस बात का कोई फर्क नहीं है कि किसी वाहन ने पूरी टोल रोड़ का उपयोग किया है या उसके एक हिस्से का।
‘ओपन टोल पॉलिसी’ Vs ‘क्लोस्ड टोल पॉलिसी’
– वर्तमान में लागू टोल पॉलिसी को ‘ओपन टोल पॉलिसी’ कहा जाता है। इसमें औसतन 60 किमी के सफर पर एक निश्चित राशि का शुल्क वसूला जाता है।
– अब सरकार ‘क्लोस्ड टोल पॉलिसी’ लाने पर विचार कर रही है। इसके तहत यात्री प्रति किमी के हिसाब से शुल्क चुका सकेंगे।
– कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद यह व्यवस्था देश के सभी हाईवे और एक्सप्रेस वे पर लागू होगी।
– योजना को ऐसे समय मूर्त रूप देने की कोशिश की जा रही है, जब देश के नेशनल हाईवे पर टोल टैक्स में लगातार बढ़ोतरी की शिकायतें आ रही हैं। इससे लोगों का यात्रा खर्च बढ़ रहा है। मालूम हो हाईवे पर टोल टैक्स हर साल तय किया जाता है।
– सड़क तथा परिवहन मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, योजना सबसे पहले 135 किमी के नए ईस्टर्न एक्सप्रेसवे पर लागू की जाएगी, जो दिल्ली होते हुए हरियाणा और उत्तरप्रदेश को जोड़ता है।
– पिछले हफ्ते इंडिया इंटेग्रेटेड ट्रांसपोर्ट एंड लॉजिस्टिक्स समिट में सड़क तथा परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस योजना के संकेत दिए थे।

सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना का दोषी माना विजय माल्या को

सुप्रीम कोर्ट ने विजय माल्या को बड़ा झटका देते हुए उन्हें अवमानना का दोषी माना है। साथ ही उन्हें समन जारी कर 10 जुलाई को पेश होने का आदेश भी दिया है। अदालत ने उन्हें दोषी मानते हुए कहा कि उन्होंने अपनी संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है।
इससे पहले 9 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने विजय माल्या के खिलाफ अदालत की अवमानना और डिएगो डील से उन्हें मिले 40 मिलियन यूएस डॉलर पर अपना आदेश सुरक्षित रखा था। बैंकों ने कोर्ट से मांग की है कि माल्या को डिएगो डील से मिले 40 मिलियन यूएस डॉलर को सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री में जमा कराया जाए।
आपको बता दें कि भारतीय बैंकों से 9000 करोड़ से अधिक का कर्ज लेकर लंदन फरार विजय माल्या को ब्रिटेन की स्काटलैंड यार्ड पुलिस ने भी गिरफ्तार किया था और फिर बाद में उन्हें 6,50,000 पौंड के बांड पर छोड़ दिया गया। फार्मूला वन टीम को मालिक, किंगफिशर एयरलाइंस और शराब कंपनी के 61 वर्षीय मालिक विजय माल्या को 17 मई को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में भी पेश होना है।

डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने शुरू की गई ‘लकी ग्राहक योजना’ में विजेता को एक करोड़ की ईनामी राशि

नोटबंदी के बाद डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई ‘लकी ग्राहक योजना’ में विजेता रहे खाता धारकों के नाम भले ही अभी सामने नहीं आए हों लेकिन जानना मजेदार है कि विजेता को एक करोड़ की ईनामी राशि महज 1590 के ट्रांजेक्शन पर हासिल हो गई। रविवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में हुए मेगा ड्रॉ में उस लकी ट्रांजेक्शन का चयन किया जिसे करने वाले व्यक्ति को यह विशाल पुरस्कार राशि मिलेगी।
जीतने वाले के नाम की घोषणा 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर नागपुर में होगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मौके पर विजेताओं को सम्मानित करेंगे। बता दें कि नीति आयोग ने 25 दिसंबर 2016 को ‘लकी ग्राहक योजना’ और ‘डिजिधन व्यापारी योजना’ शुरू की थीं। इन योजनाओं के तहत भीम ऐप, ‘रुपे’ कार्ड या यूपीआइ से 1000 रुपये से कम का लेन-देन करने वालों में से 16 लाख से अधिक लकी ग्राहकों और व्यापारियों को दैनिक, साप्ताहिक और मासिक ड्रॉ के जरिये अब तक 256 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि वितरित की जा चुकी है। रविवार को इस योजना का 100वां ड्रा राष्ट्रपति भवन में हुआ।
इस मेगा ड्रॉ में राष्ट्रपति ने जिन तीन लकी ग्राहकों का चयन किया उनमें सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के प्रथम विजेता के अलावा द्वितीय विजेता बैंक ऑफ बड़ौदा का ग्राहक है जिसे 50 लाख रुपये की राशि मिलेगी, जबकि तीसरा विजेता पंजाब नेशनल बैंक का है जिसे 25 लाख रुपये की पुरस्कार राशि मिलेगी।
इसी तरह डिजिधन व्यापारी योजना के तहत जिन तीन लकी व्यापारियों का चयन किया गया है उसमें पहला पुरस्कार आइसीआइसीआइ के खाताधारक को मिलेगा जिसे 50 लाख रुपये पुरस्कार राशि मिलेगी। दूसरा पुरस्कार पीएनबी के खाताधारक व्यापारी को मिलेगी और उसे 25 लाख रुपये पुरस्कार राशि मिलेगी, जबकि तीसरा पुरस्कार करूर वैश्य बैंक के ग्राहक को मिलेगा और उसे 12 लाख रुपये की राशि मिलेगी।
इस मौके पर डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों को साहसिक करार देते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश के सभी नागरिकों से भारत को लैस कैश बनाने के मिशन में सतत सहयोग करने का आग्रह किया। मुखर्जी ने कहा कि भारत को लैस कैश समाज बनने के लिए अभी लंबा सफर तय करना है। फिलहाल व्यक्तिगत उपभोग के 95 प्रतिशत और कुल ट्रांजेक्शन में से 86 प्रतिशत कैश में होते हैं। सरकार ने अच्छी शुरुआत की है और इसे आगे बढ़ाए जाने की जरूरत है।
‘आधार’ कार्ड की शुरुआत ऐतिहासिक : ‘आधार’ कार्ड की शुरुआत को ऐतिहासिक बताते हुए मुखर्जी ने कहा कि भारत डिजिटल क्रांति में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने कहा कि एक अरब से अधिक भारतीयों के पास आधार नंबर है। भारत के विकास की गाथा में आधार एक ऐतिहासिक घटना है। आधार के जरिये पेमेंट प्रणाली से ऐसे लोग भी लेन-देन कर सकते हैं जिनके पास फोन भी नहीं है।

दिग्विजय का पलटवार पर्रिकर दे नितिन गडकरी को धन्यवाद

कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से आज कहा कि वे ‘‘राज्य के लोगों को धोखा देने’ के लिए माफी मांगे और ‘‘विधायकों की खरीदारी’ के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को धन्यवाद दें जिन्होंने तटीय राज्य में सरकार गठित करने में उनकी मदद की.
उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘‘श्री पर्रिकर सत्ता की भूख के लिए आपको शर्म आनी चाहिए. आपने गोवा के लोगों के साथ धोखा किया है. उनसे माफी मांगिए.’ सिंह ने कहा कि पर्रिकर को ‘‘आक्रामक तरीके से विधायकों को खरीदने’ के लिए नितिन गडकरी का शुक्रिया अदा करना चाहिए.

यूएस कोर्ट ने दिया डोनल्ड को तगड़ा झटका

ट्रंप के आदेश के लागू होने के पहले ही रोक लगा दी, यूएस कोर्ट ने
अमेरिका में एक फेडरल यूएस कोर्ट ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड को तगड़ा झटका दिया। कोर्ट ने ट्रंप के उस आदेश के लागू होने के एक दिन पहले ही रोक लगा दी, जिसमें ट्रंप ने रिफ्यूजी और छह मुस्लिम देशों से आने वाले नागरिकों पर अमेरिका में घुसने से बैन लगाने की बात कही थी।
कोर्ट ने इस प्रतिबंध की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ट्रंप का यह आदेश एक धर्म विशेष के अपमान के रूप में देखा जा सकता है। कोर्ट का यह आदेश, राष्ट्रपति ट्रंप के एक्जीक्यूटिव ऑर्डर के लागू होने के एक दिन पहले ही आया है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा की वे इस गलत निर्णय को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। कोर्ट ने अपने सीमाएं लांघ कर यह फैसला सुनाया है, जो ठीक नहीं है। गौरतलब है कि छह मुस्लिम देशों के यात्रियों और शरणार्थियों को अमेरिका में बैन करने के ट्रंप के फैसले से दुनियाभर में रोष फैल गया था।
इसके साथ ही देश भर के एयरपोर्ट और विदेशों के हवाई अड्डों पर अराजकता की स्थिति पैदा हो गई थी। क्योंकि अमेरिका में उड़ान भरने वाले यात्रियों को आगमन पर निर्वासन के लिए हिरासत में लिया गया था।
हवाई राज्य के यूएस डिस्ट्रिक्ट जज डेरिक के वाटसन ने 43-पृष्ठ के आदेश में कहा है कि एक्जिक्यूटिव ऑर्डर एक विशेष धर्म का अपमान करने के उद्देश्य से जारी किया गया था। गौरतलब है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने 27 जनवरी को शासकीय आदेश जारी कर ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन के नागरिकों की अमेरिकी यात्रा पर तीन महीनों के लिए अस्थाई रोक लगा दी थी। सुरक्षा जांच के बाद इन देशों पर से प्रतिबंध हटाने की बात कही गई थी।
कोर्ट के फैसले का असर
अब ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन के नागरिक हवाई में आ सकते हैं।
ट्रंप के अमेरिका में रिफ्यूजी बैन को भी हटा दिया गया है।
बैन तब तक स्थगित रहेगा, जब तक व्हाइट हाउस इस पर कार्यवाही न करे।

रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा या लखनऊ मेयर दिनेश शर्मा को बन सकते है यु पी सी एम्

यूपी में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद मुख्यमंत्री चुने जाने की कवायद जारी है। बुधवार को राजनाथ सिंह का नाम तेजी से चला। चर्चा चल पड़ी कि संघ ने भी उनके नाम पर मुहर लगा दी है और जातीय समीकरण साधने के लिए भाजपा दो डिप्टी सीएम के साथ राजनाथ को यूपी की कमान सौंप सकती है।
बहरहाल, राजनाथ सिंह ने इन अटकलों को गैर जरूरी बताया था। उन्होंने कहा, ऐसी बातें निरर्थक हैं। मालूम हो, चुनाव प्रचार के दौरान भी राजनाथ सिंह से पूछा गया था कि क्या मीडिया की बात यूपी के अगले सीएम से हो रही है तो वे यह कहते हुए आगे बढ़ गए थे कि ‘राम-राम क्या बात कर रहे हैं..।’
इससे पहले चल रही चर्चाओं के अनुसार, यूपी के सीएम पद की रेस में चार-पांच नाम और भी हैं, लेकिन राजनाथ को सभी का समर्थन मिल सकता है। यहां तक कहा गया कि पार्टी अंदरखाने राजनाथ को सीएम और सुरेश खन्ना को स्पीकर बनाए जाने का मन बना चुकी है।
अपुष्ट सूचनाओं के मुताबिक, 17 मार्च को शपथग्रहण हो सकता है, जिसमें शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी कार्यक्रम बन चुका है। 16 मार्च को लखनऊ में विधायक दल की बैठक है।
कहा जा रहा है कि कोयंबटूर में चल रही संघ की बैठक में राजनाथ के नाम पर भी चर्चा हुई। इसके बाद राजनाथ सिंह का निजी स्टाफ लखनऊ में सीएम पर आवास पहुंचा। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं है।
बता दें, यूपी सीएम की दौड़ में जिन नेताओं के नाम चल रहे हैं, उनमें योगी आदित्यनाथ भी शामिलि हैं। वहीं पार्टी केशव प्रसाद मौर्य को भी जिम्मेदारी दे सकती है। मौर्य बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी से मिलेंगे। इनकी छवि साफ-सुथरी है, ओबीसी हैं और संघ से पुराना नाता तो है ही।
इनके अलावा गृहमंत्री राजनाथ सिंह के करीबी व रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा या लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा में से किसी को सीएम बनाकर पार्टी चौंका भी सकती है।
युवा चेहरों में श्रीकांत शर्मा का नाम भी शामिल है, जो मथुरा से चुनाव जीते हैं। श्रीकांत को मोदी और शाह का करीबी बताया जाता है। शाह ने श्रीकांत के लिए रैलियां की हैं।

डीआरएस विवाद में स्टीव स्मिथ और विराट कोहली पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर हैरानी

दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फॉफ डु प्लेसिस को इस बात पर हैरानी हो रही है कि आईसीसी ने बेंगलुरू टेस्ट के दौरान डीआरएस विवाद में स्टीव स्मिथ और विराट कोहली पर कोई कार्रवाई नहीं की।
प्लेसिस को लग रहा था कि आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में आईसीसी इन दो कप्तानों के खिलाफ कोई कदम उठाएगा। बेंगलुरू टेस्ट के बाद विराट ने आरोप लगाया था कि स्मिथ ने डीआरएस के दौरान ड्रेसिंग रूम से मदद की कोशिश की थी।
कुछ समय पहले मिंट से गेंद चमकाने की कोशिश के मामले में प्लेसिस को आईसीसी की कार्रवाई का सामना करना पड़ा था। प्लेसिस का मानना है कि उनके मामले से बेंगलुरू टेस्ट का डीआरएस मामला ज्यादा गंभीर था, इसके बावजूद ये दोनों क्रिकेटर किस तरह आईसीसी की कार्रवाई से बच गए।
नवंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होबार्ट टेस्ट के कुछ दिनों बाद जारी हुए फोटोज में प्लेसिस को मिंट से गेंद चमकाते हुए देखा गया था। इसके बाद आईसीसी ने उन्हें दोषी पाते हुए 100 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना किया था। प्लेसिस ने इसके खिलाफ अपील भी की थी, जिसे ठुकरा दिया गया था।
प्लेसिस ने स्वीकारा कि उन्हें हैरानी हुई जब आईसीसी ने स्मिथ और विराट के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने का निर्णय लिया। उ्ल्लेखनीय है कि स्मिथ ने स्वयं स्वीकारा था कि उन्होंने डीआरएस के दौरान ड्रेसिंग रूम के तरफ देखने की कोशिश की थी।

सीएम को होली की शुभकामनाएं देने पहुंचे बड़ी संख्या में भाजपा नेता

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री निवास पर होली मनाई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में भाजपा नेता और उनके समर्थक सीएम को होली की शुभकामनाएं देने पहुंचे थे। सीएम ने इस दौरान फाग गीत गाए और सभी को रंग लगाया। इस दौरान सीएम हाउस में फूलों की होली का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। सीएम ने सभी मेहमानों संग होली खेली और उन्हें मिठाई खिलाई।
सीएम ने ढोलक की थाप पर जैसे ही फाग गीत गाना शुरू किया, वहां मौजूद हर कोई झूम उठा। इस दौरान उन्होंने बुंदेली गीत भी गाए। सीएम हाउस में मनाई गई होली में यूपी और उत्तराखंड में भाजपा की जीत का उत्साह भी साफ नजर आ रहा था।

धोनी के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट एवं आईपीएल में बतौर कप्तान ढेर सारी उपलब्धियां दर्ज

पूर्व भारतीय कप्तान धोनी के नाम अगर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट एवं आईपीएल में बतौर कप्तान ढेर सारी उपलब्धियां दर्ज हैं तो बेशक इसमें उनकी अपनी काबिलियत व नेतृत्व क्षमता का तो हाथ है ही, किस्मत को भी नकारा नहीं जा सकता।
किस्मत ने बहुधा धोनी का भरपूर साथ दिया है। घरेलू टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी वन-डे टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिए माही की कप्तानी वाली झारखंड को न सिर्फ जम्मू-कश्मीर पर बड़ी जीत की जरुरत थी, बल्कि हैदराबाद का सर्विसेज से बड़े अंतर से हारना भी बेहद जरूरी था, यानी सब कुछ धोनी के हाथ में नहीं था। किस्मत का साथ भी उतना ही जरूरी था। एक तरह से यह संभव नहीं नजर आ रहा था।
खासकर हैदराबाद के मामले में, जो टूर्नामेंट में पांच मैचों में चार जीत हासिल कर चुकी थी। यह टीम सोमवार को अप्रत्याशित रूप से सर्विसेज के सामने 28.5 ओवरों में हज 88 रनों पर ढेर हो गई और सर्विसेज ने पांच विकेट खोकर मैच जीत लिया। इस हार से हैदराबाद को न तो अंक मिले, बल्कि उसका नेट रन रेट काफी गिर गया।
दूसरी तरफ झारखंड ने जम्मू-कश्मीर पर छह विकेट से बड़ी जीत हासिल कर ली। इस तरह उसने अंतिम आठ में जगह पक्की कर ली। नॉकआउट राउंड दिल्ली में 13 से 18 मार्च तक होगा। अब देखना यह है कि वहां प्रदर्शन के साथ-साथ किस्मत धोनी का कितना साथ देती है।

अमेरिका के सबसे अमीर राष्ट्रपति थे जॉर्ड वाशिंगटन

अमेरिका के पहले राष्ट्रपति जॉर्ड वाशिंगटन को कौन नहीं जानता। लेकिन ऐसी कई बाते हैं जो कम ही लोग जानते हैं। मसलन वो अमेरिका के सबसे अमीर राष्ट्रपति थे। उनकी कुल संपत्ति आज के डॉलर के अनुसार देखी जाए तो करीब 525 मिलियन डॉलर की थी। उनके पास 50 हजार एकड़ से भी ज्यादा जमीन थी। जब वो राष्ट्रपति थे तो 1789 में अमेरिका के कुल बजट का 2 प्रतिशत उनकी तनख्वाह के रूप मे जाता था।
वैसे बता दें कि वाशिंगटन बचपन से इतने अमीर नहीं थे लेकिन जैसे-जैसे वक्त बीता उनकी संपत्ति बढ़ती गई और इसमें भी सबसे ज्यादा इजाफा उनके भाई की मौत और मार्था से शादी के बाद हुआ। उपलब्ध जानकारी के अनुसार जब जॉर्ज 11 साल के थे तो उनके पिता कि निधन हो गया और उन्हें उनका पहला गुलाम विरासत में मिला।
उनकी जिम्मेदारी उनके सौतेले भाई लॉरेंस पर आ गई जिसने उन्हें अच्छी परवरिश दी। जब जॉर्ज 20 साल के थे तो उनके भाई लॉरेंस की मौत हो गई और उनकी इकलौती बेटी भी कुछ समय बाद दुनिया को छोड़कर चली गई। इसके साथ ही जॉर्ज अपने भाई की वर्जिनिया में मौजूद सबसे प्रॉमिनेंट प्रॉपर्टी माउंट वेर्नोन के वारिस बन गए। उन्होंने खेती को अपना काम बनाए रखा और करीब 8 हजार एकड़ जमीन बनाई।
1759 में उन्होंने मार्था डेंडरिज से शादी की। इस शादी में उन्हें मार्था के दो बच्चों के साथ ही उनकी अथाह दौलत भी मिली। इस दौरान उन्होंने माउंट वेर्नोन में स्थिस फार्म हाउस का विस्तार किया। समय के साथ उन्होंने जमीन को लेकर कई तरह के सौदे किए और 50 हजार एकड़ जमीन के मालिक बन गए। यह जमीनें मैरीलेंड, न्यूयॉर्क, केन्चुकी, ओहियो, पेनसिल्वेनिया में मौजूद थीं।
1789 में वो राष्ट्रपति बने और इस दौरान उनकी तनख्वाह अमेरिका के कुल बजट की 2 प्रतिशत थी। जब वो रिटायर हुए तो उन्होंने व्हिस्की बनाने की डिस्टीलरी खोली जो जल्द ही अमेरिका की सबसे बड़ी डिस्टीलरी बन गई। 1799 में उनके निधन के समय यह डिस्टीलरी हर साल 42 हजार लीटर व्हिस्की बनाकर बेच रही थी।