स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड का पुनर्गठन

राज्य सरकार स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड का पुनर्गठन किया है। पर्यावरणविद् और संरक्षण के क्षेत्र में विशेषज्ञों के बतौर शामिल किए गए अशासकीय सदस्यों में अधिकतम नाम पुराने हैं लेकिन दो सेवानिवृत्त आईएफएस अधिकारियों को भी इस बार बोर्ड में शामिल किया गया है। प्रदेश में पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ रहे डॉ. एसएच पाबला पीएम लाड़ सहित खगेश्वर नायक को बोर्ड का सदस्य बनाया गया है। डॉ. पावला इससे पहले बोर्ड में पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ के बतौर बोर्ड के सदस्य सचिव थे।वन विभाग ने बोर्ड के पुनर्गठन को अधिसूचित कर दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में गठित 32 सदस्यीय बोर्ड में हमेशा की तरह वन मंत्री उपाध्यक्ष और वन राज्यमंत्री को सदस्य हैं। पर्यावरणविद् और संरक्षण के क्षेत्र में विशेषज्ञों के रूप में लखनादौन विधायक शशि ठाकुर, वन्य प्राणी विशेषज्ञ डॉ. एम के रणजीत सिंह, वरिष्ठ पत्रकार अभिलाष खाण्डेकर, डॉ. सुरेन्द्र तिवारी, वाइल्ड लाइफ एसोसिएशन के सदस्य शरद सांघी, चेयरमैन सरिस्का फाउंडेशन कमल एम. मुरारका को सदस्य बनाया गया है। महाराजपुर विधायक मानवेन्द्र सिंह, इंदौर विधायक सुदर्शन गुप्ता, गुढ़ विधायक नागेन्द्र सिंह को भी सदस्य बनाया है। वन्यप्राणियों से संबंधित अशासकीय संस्थाओं विश्व प्रकृति निधि, वाइल्ड लाईफ ट्रस्ट आॅफ इंडिया तथा वन्यप्राणी संरक्षण सोसायटी को सदस्य बनाया गया है।
मुख्य सचिव मप्र, प्रमुख सचिव वन विभाग, पीसीसीएफ मप्र, प्रबंधन संचालक पर्यटन विकास निगम, एडीजी सीआईडी टायगर सेल, भारत सरकार द्वारा नामांकित सेना का एक प्रतिनिधि जो ब्रिग्रेडियर से कम स्तर का अधिकारी न हो, संचालक पशुपालन विभाग मप्र, संचालक मछली पालन विभाग मप्र, संचालक वन्यप्राणी भारत सरकार, बाटनिकल सर्वे आॅफ इंडिया के प्रतिनिधि, जुलाजिकल सर्वे आॅफ इंडिया के प्रतिनिधि तथा निदेशक भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के प्रतिनिधि भी 32 सदस्यीय बोर्ड में शामिल हैं।


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