बिहार-झारखंड में 2 दिन हीटवेव का रेड अलर्ट:केरल में हीटस्ट्रोक से 4 मौतें; प.बंगाल में तापमान 47.2º; मई में MP में लू से राहत रहेगी

देश में तेज गर्मी का असर लगातार बढ़ते जा रहा है। मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, झारखंड, गुजरात और ओडिशा में 2 दिन के लिए सीवियर हीटवेव का अलर्ट जारी किया है। वहीं, तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में भी आज लू चलने की संभावना जताई गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केरल में तेज गर्मी और हीटस्ट्रोक के कारण 4 लोगों की मौत हो गई है। केरल की हेल्थ मिनिस्टर ने स्थिति को लेकर हाईलेवल मीटिंग बुलाई है।

इसके अलावा पश्चिम बंगाल के कलाईकुंडा में मंगलवार को तापमान 47.2 डिग्री दर्ज किया गया है। ये सामान्य से 10.4 डिग्री ज्यादा था। मौसम विभाग ने कहा कि ओडिशा, झारखंड, तेलंगाना, महाराष्ट्र, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में आज तापमान 43 डिग्री या उससे ज्यादा पहुंच सकता है।

गुजरात के अलावा इन सभी राज्यों में मई के पूरे महीने में हीटवेव का असर देखने को मिलेगा। हालांकि, मध्य प्रदेश में लू से काफी हद तक राहत रहेगी। तमिलनाडु, कर्नाटक, गोवा, असम और त्रिपुरा में उमस भरी गर्मी का भी अनुमान जताया गया है।

अगले तीन दिनों का मौसम का अनुमान…

2 मई : 5 राज्यों में सीवियर हीटवेव का अलर्ट, नॉर्थ-ईस्ट में भारी बारिश का अनुमान

असम, मेघालय, अरुणाचल, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश का अनुमान है।
कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल में उमस भरे मौसम के साथ गर्मी पड़ेगी।
पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा, गुजरात, आंध्र प्रदेश में सीवियर हीटवेव का अलर्ट है।
झारखंड, केरल, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु में हीटवेव के आसार हैं।

3 मई: मध्य प्रदेश में उमस भरी गर्मी का अनुमान

नगालैंड और मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, सिक्किम, मेघालय, अरुणाचल और हिमाचल प्रदेश में चमक के साथ तेज हवा चलने का अनुमान है। गुजरात और आंध्र प्रदेश में सीवियर हीटवेव चलेगी। पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा में भी लू चलेगी।
मध्यप्रदेश औरकर्नाटक में रात के समय मौसम गर्म बना रहेगा। उमस भी रहेगी।

4 मई नॉर्थ ईस्ट समेत जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में आंधी तूफान की संभावना

जम्मू- कश्मीर, लद्दाख, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में आंधी-तूफान की आशंका जताई गई है।
गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में तेज गर्मी और उमस का दौर जारी रहेगा।
पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना में सीवियर हीटवेव का अलर्ट है।

उत्तर भारत के राज्यों में हीटवेव से राहत की वजह
IMD की साइंटिस्ट सोमा सेन रॉय ने कहा- उत्तर भारत के राज्यों में आंधी-तूफान की स्थिति बन रही है। अफगानिस्तान की ओर से एक्टिव हुए वेस्टर्न डिस्टरबेंस के भारत पर असर पड़ने के कारण जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में 1 हफ्ते तक हीटवेव चलने की संभावना कम है।

देश में अप्रैल में 23% कम हुई प्री-मानसूनी बारिश
1 से 29 अप्रैल के दौरान देश में 29.1 मिमी बारिश हुई है, जो इस दौरान सामान्य रूप से होनी वाली 37.7 मिमी से 23 फीसदी कम है। जबकि पिछले साल अप्रैल में सामान्य से 5 फीसदी अधिक बारिश हुई थी।

अप्रैल में हीटवेव के 3-3 दिन के दो दौर आए
अप्रैल में हीटवेव का पहला दौर 5 से 7 अप्रैल के बीच रहा। इन तीन दिनों में तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र, तेलंगाना, ओडिशा, प. बंगाल व झारखंड में लू चली। हीटवेव का दूसरा दौर अलग-अलग राज्यों में 15 से 17 अप्रैल के बीच शुरू हुआ।

कब चलती है हीटवेव?
मौसम विभाग के मुताबिक, हीटवेव तब चलती है जब मैदानी इलाकों में टेम्प्रेचर 40 डिग्री, समुद्र के तट के करीब के इलाकों में 37 डिग्री और पहाड़ी इलाकों में 30 डिग्री हो जाए। सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ने पर हीटवेव और 6.4 डिग्री का इजाफा होने पर सीवियर हीटवेव चलती है।

मानसून को लेकर 2 अनुमान

1. मौसम विभाग का अनुमान- मानसून सामान्य से बेहतर रहेगा, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत 20 राज्यों में अच्छी बारिश होगी

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सोमवार को बताया कि इस बार जून से सितंबर तक मानसून सामान्य से बेहतर रहेगा। मौसम विभाग (IMD) 104 से 110 फीसदी के बीच बारिश को सामान्य से बेहतर मानता है। यह फसलों के लिए अच्छा संकेत है। IMD ने बताया कि 2024 में 106% यानी 87 सेंटीमीटर बारिश हो सकती है। 4 महीने के मानसून सीजन के लिए लॉन्ग पीरियड एवरेज (LPA) 868.6 मिलीमीटर यानी 86.86 सेंटीमीटर होता है। यानी मानसून सीजन में कुल इतनी बारिश होनी चाहिए।

2. स्काईमेट का अनुमान- इस साल सामान्य मानसून, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत 23 राज्यों में अच्छी बारिश होगी

वेदर एजेंसी स्काईमेट ने मंगलवार 9 अप्रैल को बताया था कि इस बार मानसून सामान्य रहेगा। यानी जून से सितंबर तक 4 महीने में औसत या सामान्य बारिश होगी। मौसम विभाग (IMD) 96 से 104 फीसदी के बीच बारिश को औसत या सामान्य मानता है। यह फसलों के लिए अच्छा संकेत है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *